राजगढ़। जिले में मानसून आते ही बारिश का दौर शुरू हो चुका है. जिससे किसानों ने खरीफ की फसल बोना शुरू कर दी है. किसानों को होने वाले नुकसान से बचाने के लिए कृषि वैज्ञानिक ने खास सलाह दी है. कृषि वैज्ञानिक द्वारा बताए गए नुख्शे अपनाकर किसान होने वाले नुकसान से बच सकते हैं.
जिले में मक्का और सोयाबीन मुख्य फसल है और सोयाबीन लगभग पूरे जिले में बोई जाती है. जिले के कृषि के वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ अखिलेश श्रीवास्तव ने बताया कि जिले में सोयाबीन लगभग 3.5 लाख हेक्टेयर में बोई जाती है और यह जिले की मुख्य फसल है. जिस जिलों में अच्छी बारिश हो चुकी है, वहां तो सोयाबीन की फसल बो सकते है लेकिन राजगढ़ के किसानों को थोड़ा इंतजार करना चाहिए. यहां पर बारिश अच्छी नहीं हुई है.
कृषि वैज्ञानिक के सुझाव
- जिले में 3 इंच की बारिश होने के बाद ही फसल की बुआई करें.
- अपने खेतों में बीजों का उपचार करके ही बुआई करें
- फसल को रोगों से बचाने के लिये केवल वैज्ञानिकों द्वारा बताये गये केमिकल का इस्तेमाल करें.
- किसान पुरानी पद्धति से सोयाबीन की बुआई न करें और जो दो नई तकनीक है, उनके द्वारा फसल की बुआ ई करें