राजगढ़। जिले के नरसिंहगढ़ क्षेत्र में बिना मान्यता संचालित निजी स्कूल किस प्रकार बच्चों के भविष्य से खिलवाड़ कर रहे हैं, इसकी बानगी सोमवार को ग्राम मानपुरा देव में देखने को मिली, जहां बिना मान्यता के फर्जी तरीके से एक निजी स्कूल संचालित किया जा रहा है.
परीक्षाओं का पूरा होना, बना हुआ है सवाल
स्कूल संचालकों ने फर्जी प्रचार-प्रसार के माध्यम से गांव के करीब 80 बच्चों को अपने स्कूल में एडमिशन दिया है, लेकिन स्कूल के पास मान्यता नहीं है, जिसके चलते बच्चों की परीक्षाओं का पूरा होना सवाल बना हुआ हैं. वहीं जब इस संबंध में स्कूल के संचालक से बात की गई तो, वो भी गोलमोल जवाब देते नजर आया. संचालक ने मान्यता नहीं मिलने की स्थिति में बच्चों के दूसरे स्कूल में मेपिंग किए जाने की बात कही.
स्कूल में नहीं है बच्चों के लिए बैठने की जगह
वहीं पड़ताल में सामने आया कि बच्चे किसी स्कूल में दर्ज ही नहीं है. वहीं स्कूल संचालकों ने स्कूल के संचालन के लिए दो छोटे कमरों को किराए पर लिया है. जिनमें बच्चों के बैठाने की जगह नहीं हैं. इसी वजह से कमरों के बाहर खूले बरामदे में बच्चों को बैठाया जाता है.
परिजनों ने की थी शिकायत
बता दें कि पिछले साल ही स्कूल के संचालक की छात्रों के परिजनों ने शिक्षा विभाग सहित प्रशासन को शिकायत की थी. हालांकि इस मामले में कोई कार्रवाई नहीं हुई, साथ ही कई बच्चे परीक्षा से वंचित रह गए हैं. जानकारी के अनुसार तहसील में कुछ अन्य स्कूलों को भी मान्यता नहीं मिल पायी है, जिस कारण बच्चों का साल बिगड़ सकता है.
निरीक्षण कर की जाएगी कार्रवाई
वहीं निजी स्कूलों के अलावा तहसील के सरकारी स्कूलों में शिक्षकों के समय पर नहीं पहुंचने की लगातार शिकायतें मिल रही हैं, जिनमें कुछ स्कूलों में बीआरसी ने निरीक्षण कर कार्रवाई किए जाने की बात भी कही है. वहीं कई ऐसे स्कूल भी हैं, जिनमें बच्चों को मध्यान्ह भोजन समय पर नहीं मिल रहा है.