राजगढ़। जिले का नरसिंहगढ़ समस्याओं का गढ़ बनता जा रहा है. शहर में जगह-जगह सड़कें खुदी हुई हैं, जिसके चलते शहर की सड़कें बड़े-बड़े गड्ढों में तब्दील हो गई हैं. इससे आम लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ता है. सड़कों पर गड्ढे होने के कारण आए दिन दुर्घटनाएं हो रही है. इसके बावजूद जिला प्रशासन इस ओर ध्यान नहीं दे रहा है. राजगढ़ कलेक्टर ने निरीक्षण कर सड़कों की हालत ठीक कराने के निर्देश दिए थे, इसके बावजूद अधिकारी कलेक्टर के आदेशों की धज्जियां उड़ा रहे हैं.
नरसिंहगढ़ के चंपी चौराहे पर नगर पालिका कार्यालय के सामने, विजया बैंक के सामने, बस स्टैंड, पेट्रोल पंप के सामने सड़कों पर बड़े-बड़े गड्ढे बन गए हैं. जिसके चलते वहां से गुजरने वाले कन्या स्कूल शाला की छात्राओं को पैदल चलने में दिक्कत आती है. सड़कों पर इतने बड़े-बड़े गड्ढे हैं कि अगर कोई गिर जाए, तो गंभीर चोटें आ सकती हैं.
इसके साथ ही बारिश के दिनों में सड़कों का हाल और भी बदतर हो जाता है. जगह-जगह कीचड़ हो जाता है, साथ ही लोगों को आने-जाने में दिक्कतें होती हैं और यातायात भी बाधित होता है. शहर के लोग अधिकारियों पर भ्रष्टाचार में लिप्त होने का आरोप लगा रहे हैं. लोगों का कहना है कि इस समस्या का कोई स्थायी हल न निकालकर शासन के पैसों का दुरुपयोग किया जा रहा है.
लोगों का कहना है कि नगर पालिका द्वारा हर साल 15 अगस्त और 26 जनवरी को सड़कों पर लाखों रुपए लगाकर मरम्मत कर दी जाती है. कुछ दिन पूर्व राजगढ़ कलेक्टर निधि निवेदिता ने औचक निरीक्षण कर स्थानीय प्रशासनिक अधिकारियों को नरसिंहगढ़ की सड़कें एवं अन्य व्यवस्था सुधारने के निर्देश दिए थे. कुछ समय तक तो अधिकारियों ने नियम का पालन किया और व्यवस्था सुधारते नजर आए, लेकिन बाद में सड़कों का वही पुराना हाल हो गया.