राजगढ़। देश के हर एक आम नागरिक की इच्छा होती है की उसके नए साल की शुरुआत उत्सव के रूप में हो और उसका पूरा साल ही उत्सव और खुशियों के साथ बीते. जिसके लिए आमजन 31st दिसंबर और एक जनवरी के बीच की रात को एक उत्सव के रूप में एंजॉय करते हैं. लेकिन वहीं आम लोगों के साथ साथ आपराधिक गतिविधियों में लिप्त लोग भी नए साल के पहले दिन कोई मौका हाथ से देना नहीं चाहते. जिसका एक ताजा उदाहरण राजगढ़ में देखने को मिला है. जहां अज्ञात चोरों ने प्रसिद्ध धार्मिक स्थल को निशाना बनाया और वहां से दो दानपेटियों का ताला तोड़कर उसमें से रूपये चुरा ले गए.
मंदिर की दानपेटी से चोरी: ऐसा मानना है कि नए साल के पहले दिन हम अच्छे काम करेंगे तो पूरा साल बेहतर होगा. ऐसे ही मिथक को सच मानते हुए चोरों ने अपराधिक वारदात को अंजाम देते हुए नए साल की शुरुआत की. हैरानी की बात यह है कि चोरों ने भगवान के घर को ही निशाना बनाते हुए मंदिर की दान पेटियों से रुपयों की चोरी कर ली. दरअसल पूरा मामला राजगढ़ जिला मुख्यालय के प्रसिद्ध धार्मिक स्थल खोयरी महादेव मंदिर का है. जहां से अज्ञात चोर मंदिर की दो दानपेटी का ताला तोड़कर उसमें से रूपये चुराकर ले गए. जिसकी सूचना सोमवार की सुबह मंदिर के पुजारी ने पुलिस को दी. जिसके पश्चात मौके पर पहुंची पुलिस ने पंचनामा बनाकर मामले की जांच पड़ताल शुरू की है.
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पूर्व में पंखों की हुई थी चोरी: वहीं, मंदिर के पुजारी उमेश शर्मा ने उक्त घटनाक्रम की जानकारी देते हुए बताया कि ''अज्ञात चोर मंदिर परिसर में रखी दान पेटियों को घसीटते हुए मंदिर के पीछे की तरफ लेकर गए जहां उन्होंने दोनो पेटियों के ताले तोड़कर उसमे मौजूद 4 से 5 हजार की एकत्रित धनराशि पर हाथ साफ कर दिया.'' साथ ही उन्होंने बताया कि ''इसके पूर्व में ही चोर मंदिर परिसर में लगे 14 छत के पंखे निकालकर ले गए थे और यह दूसरी बार चोरी की वारदात को अंजाम दिया गया है.''
पुलिस ने किया केस दर्ज: कोतवाली थाने के एसआई अनिल राहोरिया ने बताया कि, ''फरियादी उमेश शर्मा ने रिपोर्ट दर्ज करवाई है कि बीती रात खोयरी मंदिर की दो दान पेटियों का ताला तोड़कर अज्ञात चोर रुपए चुराकर ले गए. मंदिर की मुख्य दान पेटी में अनुमानित प्रतिमाह 1500 से 2000 रूपये निकाले जाते थे और एक पेटी में पूजन सामग्री के लिए राशि डाली जाती है. जिसका रोजाना ही इस्तेमाल किया जाता है. उक्त शिकायत के आधार पर अज्ञात चोरों के विरुद्ध धारा 457 वा 380 IPC के तहत प्रकरण पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया है और आरोपियों की तलाश की जा रही है. जिन्हें जल्द ही गिरफ्तार कर जेल की सलाखों के पीछे पहुंचाया जाएगा.''