राजगढ़। राजगढ़ जिले के नाईहेड़ा गांव में ग्रामीण मुक्तिधाम न होने के चलते बारिश के बीच खुले आसमान के नीचे बरसाती डालकर मृतकों का अंतिम संस्कार करते हैं. नाईहेड़ा गांव में मुक्तिधाम की जगह नहीं होने की वजह से ग्रामीणजनों को अंतिम संस्कार करने में काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. इस संबंध में लोगों ने प्रशासनिक अधिकारियों और जनप्रतिनिधियों को अवगत भी कराया, लेकिन आज तक किसी ने सुध नहीं ली और न ही मुक्तिधाम बनवाया.
घर से लाते हैं प्लास्टिक : अंतिम संस्कार के दौरान लोग अपने घरों से बारिश में गमछे और प्लास्टिक लेकर जाते हैं, जबकि रात होने पर मुक्तिधाम में चहुंओर अंधेरा पसर जाता है. लोगों का कहना है कि गांव के लोगों को जीवित रहते न तो कोई सुविधा नसीब नहीं हो रही है, न ही मृत्यु उपरांत मुक्तिधाम नसीब हो रहा है. एक बुजुर्ग महिला की मौत होने के बाद ग्रामीण जनों ने बारिश के बीच प्लास्टिक तानकर काफी परेशानी झेलकर अंतिम संस्कार किया है. गांव में ऐसा अक्सर होता है जब बारिश के दौरान अंतिम संस्कार करना होता है.
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नेताओं के दावे खोखले : गौरतलब है कि मध्यप्रदेश मौसम विभाग ने प्रदेश के अलग हिस्सों में बारिश के लिए अलर्ट जारी किया है. इसी क्रम में पिछले दो दिनों से राजगढ़ में भी बारिश का दौर जारी है और उसी दौरान नाईहेड़ा गांव में एक बुजुर्ग महिला की मौत हो गई, जिसका अंतिम संस्कार बारिश के बीच बरसाती डालकर किया गया. बता दें कि हाल ही में संपन्न हुए विधानसभा चुनावों में जनप्रतिनिधियों ने ग्रामीणों से कई वादे और दावे किए है और उन्हे मूलभूत सुविधाएं देने के वादे और दावे पिछली बार भी किए गए थे लेकिन वे सब खोखले ही साबित हुए.