राजगढ़। जिले की स्कूलों में शिक्षकों की कमी का बच्चों की शिक्षा की गुणवत्ता पर बुरा असर पड़ रहा है. जिले में शिक्षा का स्तर क्यों गिर रहा है जब इस पर विचार किया गया तो कई अहम बातें सामने आईं. जैसे स्कूलों में शिक्षकों का अभाव होना, प्राचार्य में प्रबंधन की कमी होना और नियमित पढ़ाई नहीं हो पाना, चुनाव का शिक्षकों के ऊपर भार होना और उनके कार्य में बढ़ोतरी होना.
जिला शिक्षा अधिकारी बीएस दिसोरिया ने कहा कि इस बार हमारा रिजल्ट पिछले साल की तुलना में घटा है. शिक्षकों की कमी के साथ-साथ अंग्रेजी और गणित के अतिथि शिक्षक जो उपलब्ध करवाए गए थे वह भी ठीक से परिणाम नहीं दे पाए हैं. वहीं कुछ स्कूलों में विपरीत परिस्थितियों के चलते भी अच्छे परिणाम दिए हैं. लेकिन कुछ जगहों पर ठीक से प्रबंधन नहीं हो पाया.
मध्यप्रदेश के शिक्षा बोर्ड ने कुछ दिन पहले 10वीं और 12वीं का रिजल्ट घोषित किया था. 10वीं बोर्ड का रिजल्ट काफी निराशाजनक रहा. प्रदेश पिछले साल की तुलना में हाई स्कूल के रिजल्ट इस बार 11 प्रतिशत कर रहे. जिले के तकरीबन 18 स्कूलों का परिणाम 30 प्रतिशत से कम रहा है.