ETV Bharat / state

डाकिया के 'तलाकनामे' को पुलिस ने बताया दहेज उत्पीड़न, महीनों से चक्कर काट रही पीड़िता

author img

By

Published : Dec 7, 2019, 1:36 PM IST

Updated : Dec 7, 2019, 2:46 PM IST

राजगढ़ में तीन तलाक के मामले को पुलिस ने बतौर दहेज उत्पीड़न दर्ज कर लिया है, जिसके चलते पीड़िता पिछले छह महीने से थाने के चक्कर काट रही है.

Police filed a case of dowry harassment
पुलिस ने दहेज उत्पीड़न का मामला किया दर्ज

राजगढ़। एमपी अजब है, पर कुरावर थाना पुलिस सबसे गजब है. जहां पीड़िता के दर्द पर यहां की पुलिस का ज्ञान भारी पड़ता है क्योंकि पीड़िता ने तीन तलाक की शिकायत दर्ज कराई और पुलिस ने दहेज उत्पीड़न का मामला दर्ज कर लिया. पीपलखेड़ा गांव निवासी पीड़िता पिछले 6 महीने से थाने के चक्कर काट रही थी, थाने के चक्कर लगाते-लगाते उसे चक्कर ने अपनी गिरफ्त में ले लिया, फिर भी पुलिस का दिल नहीं पसीजा.

पुलिस ने दहेज उत्पीड़न का मामला किया दर्ज

पीड़ित महिला सालों से मायके में रह रही है. उसकी शादी 2007 में ताजीपुरा निवासी इरफान से हुई थी. इनके तीन बच्चे भी हैं. एक मई 2019 को इरफान ने दो गवाहों की मौजूदगी में लिखित में तलाकनामा रजिस्टर्ड डाक से भेजा था. जिसके विरोध में महिला ने 11 मई को कुरावर थाने और महिला एवं बाल विकास केन्द्र में तीन तलाक के खिलाफ आवेदन दिया था, लेकिन पुलिस ने दूसरे थाने का मामला बताकर पल्ला झाड़ लिया.

पीड़िता के वकील प्रवीण सक्सेना का कहना है कि इस पूरे मामले में पुलिस ने जानबूझकर तीन तलाक के मामले को दबाने का प्रयास किया है.

राजगढ़। एमपी अजब है, पर कुरावर थाना पुलिस सबसे गजब है. जहां पीड़िता के दर्द पर यहां की पुलिस का ज्ञान भारी पड़ता है क्योंकि पीड़िता ने तीन तलाक की शिकायत दर्ज कराई और पुलिस ने दहेज उत्पीड़न का मामला दर्ज कर लिया. पीपलखेड़ा गांव निवासी पीड़िता पिछले 6 महीने से थाने के चक्कर काट रही थी, थाने के चक्कर लगाते-लगाते उसे चक्कर ने अपनी गिरफ्त में ले लिया, फिर भी पुलिस का दिल नहीं पसीजा.

पुलिस ने दहेज उत्पीड़न का मामला किया दर्ज

पीड़ित महिला सालों से मायके में रह रही है. उसकी शादी 2007 में ताजीपुरा निवासी इरफान से हुई थी. इनके तीन बच्चे भी हैं. एक मई 2019 को इरफान ने दो गवाहों की मौजूदगी में लिखित में तलाकनामा रजिस्टर्ड डाक से भेजा था. जिसके विरोध में महिला ने 11 मई को कुरावर थाने और महिला एवं बाल विकास केन्द्र में तीन तलाक के खिलाफ आवेदन दिया था, लेकिन पुलिस ने दूसरे थाने का मामला बताकर पल्ला झाड़ लिया.

पीड़िता के वकील प्रवीण सक्सेना का कहना है कि इस पूरे मामले में पुलिस ने जानबूझकर तीन तलाक के मामले को दबाने का प्रयास किया है.

Intro:तीन तलाक़ के मामले में पुलिस ने किया दहेज़ उत्पीडना का मामला दर्ज, पीपलखेडा गाँव का मामला

नरसिंहगढ़


राजगढ़ जिले कि पुलिस कितनी सजग है इसकी बानगी देखने में तब आती है जब तीन तलाक के अपराध में पुलिस द्वारा दहेज़ उत्पीडन का मामला है दर्ज कर अपने कर्तव्यों से इतिश्री कर लेती हैं। 

जानकारी के अनुसार कुरावर थाने के गांव पीपलखेड़ा की महिला अफरोजा बी का है जो विगत कई सालों से अपने मायके में रह रही हैं। अफरोजा की शादी 2007 में ताजीपुरा निवासी इरफान से हुई थी जिसके चलते इनके तीन बच्चे हुऐ। विगत 1 मई 19 को इरफान ने दो गवाह की मौजूदगी में एक लिखित शरीयत के अनुसार तलाकनामा रजिस्टर डाक द्वारा भेजा। इसी के विरूद्ध महिला ने कुरावर पहुंचकर 11 मई को महिला बाल विकास केन्द्र कुरावर व पुलिस थाने कुरावर में तीन तलाक़ का आवेदन दिया परन्तु कुरावर पुलिस ने तलेन पुलिस का मामला बताकर अपना पल्ला झाड़ लिया वही महिला नरसिंहगढ़ एसडीओपी व जिला पुलिस अधीक्षक को भी लगातार 6 माह से फरियाद करती रही लेकिन तीन तलाक़ का मामला है दर्ज नहीं हो सका। महिला के बार बार आवेदन पर तलेन पुलिस ने 6 नवम्बर 19 को दहेज़ उत्पीडन का मामला दर्ज किया। परन्तु महिला व महिला के परिवार वालों सहित
उनके वकील प्रवीण सक्सेना कहना है कि इस पूरे मामले में पुलिस ने जानबूझकर तीन तलाक़ के मामले को दबाने का प्रयास किया जा रहा।  Body:बाईट - अफ़रोज़ा बी पीड़िता
बाईट - प्रवीण सक्सेना वकील नरसिंहगढ़Conclusion:नरसिंहगढ़
Last Updated : Dec 7, 2019, 2:46 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.