राजगढ़। कोरोना से लड़ाई में सोशल डिस्टेंस को ही सबसे बड़ा हथियार माना गया है. बावजूद इसके राजगढ़ के नरसिंहगढ़ में लोग सोशल डिस्टेंस तोड़ते नजर आ रहे हैं. प्रतिदिन सब्जी थोक मंडी में हजारों लोग जुट रहे हैं, जो सोशल डिस्टेंस का बिल्कुल भी पालन नही कर रहे हैं. सामाजिक दूरी रखना तो दूर सैकड़ों की भीड़ में बिना मॉस्क पहने ही लोग खरीदी-बिक्री के लिए पहुंच रहे हैं.
वहीं प्रशासनिक स्तर पर यहां किसी प्रकार की कोई व्यवस्था देखने को नहीं मिल रही है, जबकि मंडी निरीक्षक, गार्ड और अन्य कर्मचारी लोगों को समझाते नजर आ रहे हैं. लेकिन सैकड़ों की भीड़ इन कर्मचारियों के दिशा निर्देशों को भी नजरअंदाज कर रही है. इसलिए प्रशासन को तत्काल यहां व्यवस्था सुनिश्चित करना चाहिए, क्योंकि यहां सैकड़ों की भीड़ जुटना आम बात हो चली है.
थोक व्यापारी ही नहीं कर रहे नियमों का पालन
पालन -सब्जी मंडी में थोक व्यापारी ही लॉकडाउन और सोशल डिस्टेंस के नियमों का उल्लंघन कर रहे हैं. अपने-अपने काउंटर के आगे व्यापारियों ने किसी प्रकार की कोई व्यवस्था नहीं की है. वहीं प्रशासन और मंडी प्रबंधन ने व्यवस्था बनाए रखने एनसीसी के छात्रों की मदद ली थी. एनसीसी के छात्र जिम्मेदारी से अपनी ड्यूटी का भी पालन कर रहे थे. लेकिन इन छात्रों के समझाने पर भी व्यापारियों को समझ नहीं आया और वो छात्रों से उलझ गए. जिसके चलते बिना किसी मानदेय के मुफत में व्यवस्था बनाने आए छात्र भी अब मंडी से नदारत हो गए है.
प्याज और अनाज बेचने आए किसानो के वाहनों की लगी कतारें
दो दिनों से गल्ला मंडी में अनाज और प्याज, लहसुन बेचने के लिए बड़ी संख्या में किसान अपने वाहनों से पहुंच रहे हैं. लेकिन मंडी में एसएमएस प्राप्त किसानों को ही प्रवेश दिया जा रहा है. जिसके चलते मंडी के बाहर हाईवे पर वाहनों की लंबी कतारें लग रही हैं.
मंगलवार को करीब एक किमी तक वाहनो की कतार लगी रही
मंडी प्रबंधन ने एसएमएस भेजे जाने वाले वाहनों को अंदर किया है. हालांकि उनकी नीलामी होने के बाद दूसरे किसानों का भी माल तोला गया. लेकिन इस दौरान किसान भी परेशान होते नजर आए. सुबह से लाइनों में लगे किसानों का शाम तक नंबर नहीं आया जिसके कारण उन्हें कई तरह की असुविधाओं का सामना करना पड़ा.
गौरतलब है कि मंडी में सोशल डिस्टेंस को बरकरार रखने के लिए जो व्यवस्था बनाई गई है, उसके कारण किसान परेशान है.