राजगढ़। जिला अस्पताल की बदहाली खुलकर सामने आई गई है. इलाज कराने आए मरीजों का जमीन पर इलाज किया जा रहा है. कई बेडों पर 2-2 मरीजों का इलाज एक साथ हो रहा है. वहीं अस्पताल प्रबंधन ने असुविधाओं से किनारा कर लिया है.
मरीज ने बताया कि अस्पताल में इतनी अव्यवस्था है कि यहां कोई इलाज नहीं कराना चाहता. साथ ही उनका ये भी कहना है कि मजबूरन उन्हें यहां इलाज करवाना पड़ रहा है. मरीजों का कहना है कि अस्पताल में न तो पीने का स्वच्छ पानी है और न ही गर्मी से बचने के लिए कूलर-पंखे की ही कोई व्यवस्था है.
सिविल सर्जन डॉ. राजेंद्र कटारिया ने कहा कि गर्मी के मौसम में मरीजों की संख्या वैसे भी ज्यादा हो जाती है. अस्पताल में सीमित ही बेड है. उन्होंने कहा कि हमारा प्रयास रहता है, कि यदि मरीज थोड़ा भी ठीक लगता है तो उसे जल्द ही अस्पताल से डिस्चार्ज कर दिया जाए. ताकि अन्य मरीजों को सुविधा मिल सकें.
मरीजों का जमीन पर इलाज कराने के सवाल पर बोलते हुए उन्होंने कहा कि यदि हम मरीजों को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती नहीं करेंगे, तो भी दिक्कत है. अस्पताल प्रबंधन इस बात की कोशिश कर रहा है कि फ्लोर पर ही गद्दा बिछाकर मरीजों का इलाज जारी रखे.
अस्पताल प्रबंधन ने मरीजों की बढ़ती संख्या को देखते हुए बेट बढ़ाने की मांग की है.