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शिक्षा के स्तर को सुधारने के लिए दक्षिण कोरिया से आधुनिक शिक्षा व्यवस्था पर शिक्षा अधिकारी ने साझा की युक्तियां - जिला शिक्षा अधिकारी बी एस बिसोरिया

आधुनिक शिक्षा प्रणाली को समझने के लिए दक्षिण कोरिया के प्रवास पर गए जिला शिक्षा अधिकारी ने वहां की शिक्षा व्यवस्था की युक्तियां साझा की. शिक्षा व्यवस्था में सुधार के लिए जल्द ही मध्य प्रदेश सरकार के साथ मिलकर एक नई योजना तैयार की जाएगी.

District Education Officer
जिला शिक्षा अधिकारी
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Published : Dec 8, 2019, 6:56 AM IST

राजगढ़। आधुनिक शिक्षा प्रणाली को समझने के लिए दक्षिण कोरिया के प्रवास पर गए जिला शिक्षा अधिकारी ने वहां की शिक्षा व्यवस्था की युक्तियां साझा की. शिक्षा व्यवस्था में सुधार के लिए जल्द ही मध्य प्रदेश सरकार के साथ मिलकर एक नई योजना तैयार की जाएगी.

शिक्षा के स्तर में होगा सुधार


मध्य प्रदेश सरकार शिक्षा व्यवस्था को चुस्त-दुरुस्त करने के लिए काफी प्रयास कर रही है और लगातार नए-नए नियमों और आयामों को शिक्षा व्यवस्था में शामिल कर रही है. इसको लेकर प्रदेश के कुछ चुनिंदा जिला शिक्षा अधिकारियों को दक्षिण कोरिया भेजा गया था. इसमें राजगढ़ के जिला शिक्षा अधिकारी बी एस बिसोरिया भी शामिल थे. उन्होंने बताया कि दक्षिण कोरिया आधुनिक शिक्षा के मामले में, चाहे आधारभूत संरचना हो या मानव संसाधन हो, शिक्षा के लिए कार्य करने में दक्षिण कोरिया अन्य देशों के मुकाबले काफी आगे है. वहां प्रगति का आधार भी शिक्षा को माना गया है. वहां के बच्चों ने आज काफी तरक्की कर ली है और वहां के बच्चे विश्व में होने वाली अनेक परीक्षाओं में काफी अच्छा स्थान प्राप्त करते हैं.


जिला शिक्षा अधिकारी ने बताया कि वहां के बच्चे काफी सुव्यवस्थित वातावरण में शिक्षा प्राप्त करते हैं. इसके अलावा बच्चों को शिक्षा के साथ-साथ दूसरे काम की ट्रेनिंग भी दी जाती है, चाहे वह कुकिंग हो या कंप्यूटर कोर्स हो या फिर सिंगिंग. जिससे वह आगे चलकर स्वावलंबी हो जाता है और वह रोजगार के लिए खुद को तैयार कर लेता है.

वही जल्द ही शिक्षा अधिकारियों के साथ एक मीटिंग का आयोजन भोपाल में किया जाना है, जिसमें दक्षिण कोरिया गए दल के साथ समस्त चर्चाएं की जाएंगी. शिक्षा व्यवस्था को कैसे सुधारा जाए और उसमें क्या-क्या बदलाव किए जा सकते हैं, इन सब बातों को लेकर प्रशासनिक अधिकारियों के द्वारा विवेचना की जाएगी.

राजगढ़। आधुनिक शिक्षा प्रणाली को समझने के लिए दक्षिण कोरिया के प्रवास पर गए जिला शिक्षा अधिकारी ने वहां की शिक्षा व्यवस्था की युक्तियां साझा की. शिक्षा व्यवस्था में सुधार के लिए जल्द ही मध्य प्रदेश सरकार के साथ मिलकर एक नई योजना तैयार की जाएगी.

शिक्षा के स्तर में होगा सुधार


मध्य प्रदेश सरकार शिक्षा व्यवस्था को चुस्त-दुरुस्त करने के लिए काफी प्रयास कर रही है और लगातार नए-नए नियमों और आयामों को शिक्षा व्यवस्था में शामिल कर रही है. इसको लेकर प्रदेश के कुछ चुनिंदा जिला शिक्षा अधिकारियों को दक्षिण कोरिया भेजा गया था. इसमें राजगढ़ के जिला शिक्षा अधिकारी बी एस बिसोरिया भी शामिल थे. उन्होंने बताया कि दक्षिण कोरिया आधुनिक शिक्षा के मामले में, चाहे आधारभूत संरचना हो या मानव संसाधन हो, शिक्षा के लिए कार्य करने में दक्षिण कोरिया अन्य देशों के मुकाबले काफी आगे है. वहां प्रगति का आधार भी शिक्षा को माना गया है. वहां के बच्चों ने आज काफी तरक्की कर ली है और वहां के बच्चे विश्व में होने वाली अनेक परीक्षाओं में काफी अच्छा स्थान प्राप्त करते हैं.


जिला शिक्षा अधिकारी ने बताया कि वहां के बच्चे काफी सुव्यवस्थित वातावरण में शिक्षा प्राप्त करते हैं. इसके अलावा बच्चों को शिक्षा के साथ-साथ दूसरे काम की ट्रेनिंग भी दी जाती है, चाहे वह कुकिंग हो या कंप्यूटर कोर्स हो या फिर सिंगिंग. जिससे वह आगे चलकर स्वावलंबी हो जाता है और वह रोजगार के लिए खुद को तैयार कर लेता है.

वही जल्द ही शिक्षा अधिकारियों के साथ एक मीटिंग का आयोजन भोपाल में किया जाना है, जिसमें दक्षिण कोरिया गए दल के साथ समस्त चर्चाएं की जाएंगी. शिक्षा व्यवस्था को कैसे सुधारा जाए और उसमें क्या-क्या बदलाव किए जा सकते हैं, इन सब बातों को लेकर प्रशासनिक अधिकारियों के द्वारा विवेचना की जाएगी.

Intro:आधुनिक शिक्षा को लेकर साउथ कोरिया के प्रवास पर गए शिक्षा अधिकारी ने साझा की वहां की शिक्षा व्यवस्था की युक्तियां, बताया कैसे शिक्षा व्यवस्था में किया जाएगा सुधार, जल्द ही मध्य प्रदेश सरकार के साथ मिलकर मध्य प्रदेश की शिक्षा व्यवस्था को सुधारने के लिए बनाया जाएगा एक नया प्लान


Body:मध्य प्रदेश सरकार जहां लगातार शिक्षा व्यवस्था को को चुस्त-दुरुस्त करने के लिए लगातार प्रयास कर रही है और लगातार नए नए नियम और आयामों को शिक्षा व्यवस्था में शामिल कर रही है वहीं जहां शिक्षा व्यवस्था को लेकर सरकार लगातार नए-नए तरीकों को अपनाकर बच्चों के भविष्य को सुरक्षित करने के लिए अनेक प्रयास कर रही है और लगातार शिक्षा व्यवस्था के ऊपर प्रशासनिक अधिकारियों द्वारा नजर रखी जा रही है इसी को लेकर जहां एक दल साउथ कोरिया की आधुनिक शिक्षा व्यवस्था को देखने के लिए भेजा गया था और वहां पर शिक्षा व्यवस्था किस तरह कार्य करती है इसको लेकर प्रशासन द्वारा प्रदेश के कुछ चुनिंदा जिला शिक्षा अधिकारियों समेत शिक्षा विभाग के प्रशासनिक अधिकारियों को दक्षिण कोरिया भेजा गया था, इसमें राजगढ़ जिले के जिला शिक्षा अधिकारी बीएस बिसोरिया भी शामिल थे वहीं उन्होंने बताया कि दक्षिण कोरिया आधुनिक शिक्षा के मामले में या फिर चाहे आधारभूत संरचना मानव संसाधन हो या फिर वहां पर बच्चों का हैप्पीनेस हो चाहे शिक्षा के लिए समर्पण और कार्य करने सभी में साउथ कोरिया अन्य देशों के मुकाबले काफी आगे हैं और वह प्रगति का आधार शिक्षा को माना गया है जहाँ दक्षिण कोरिया 15 अगस्त 1945 को आजाद हुआ उनकी स्थिति भी काफ़ी अच्छी नहीं थी उनके शरीर ही हमारे ही जैसे थी परंतु उन्होंने शिक्षा को आधारभूत संरचना बनाते हुए आज काफी तरक्की कर ली है और वहां पर शिक्षा व्यवस्था अब मैं इतना सुधार किया गया कि उनके बच्चों का स्तर काफी अच्छा हुआ और वे विश्व में होने वाले अनेक परीक्षाओं में काफी अच्छा स्थान प्राप्त करते हैं।


Conclusion:वहीं उन्होंने बताया कि वहां पर बच्चों का हैप्पीनेस काफी अधिक है और वहां पर शिक्षकों क्या अंतर भी काफी अच्छा हैप्पीनेस है वह सभी काफी सुव्यवस्थित वातावरण में शिक्षा प्राप्त करते हैं, वहीं बच्चों को शिक्षा के साथ-साथ दूसरे कामों के भी ट्रेनिंग दी जाती है चाहे वह कुकिंग हो या कंप्यूटर की टीचिंग हो या फिर सिंगिंग हो इन सभी को शिक्षा के साथ-साथ बच्चों को सिखाया जाता है जिससे वह आगे चलकर स्वावलंबी हो जाता है, और वह रोजगार के लिए खुद को तैयार कर लेता है, वहीं बच्चों के अंदर व्यवस्थाओं के कारण और वहां पर शिक्षा के स्तर के कारण बच्चों में शिक्षा के प्रति काफी रूचि होती है।

वही उनसे जब भारत और मध्य प्रदेश के शिक्षा में क्या बदलाव क्या जा सकता है जिससे इसकी शिक्षा के स्तर में भी विकास हो सके तो उन्होंने जवाब दिया कि साउथ कोरिया में स्कूल में बच्चों को लाने के लिए प्रयास नहीं करने पड़ते बल्कि भारत में इसके विपरीत शिक्षकों के साथ-साथ प्रशासन के सामने यह चुनौती होती है कि बच्चों को स्कूल कैसे लाया जाए इस स्तर में सुधार करके भारत में काफी सुधार लाया जा सकता है, वही हमारे यहां पर शिक्षक भी स्कूलों में समय पर नहीं आते हैं परंतु वहां पर बच्चों के साथ-साथ टीचर भी समय का ध्यान रखते हुए समय पर स्कूल आते हैं, वही वहां पर वर्क कल्चर काफी अच्छे स्तर का है और भारत में वर्क कल्चर को बढ़ावा देकर शिक्षा के स्तर में सुधार किया जा सकता है, वहीं अगर साउथ कोरिया की तरह ही भारत में शिक्षक पालक और बच्चे तीनों एक साथ मिलकर शिक्षा के स्तर को बढ़ाने के लिए कार्य करें तो मध्य प्रदेश के साथ-साथ भारत का शिक्षा स्तर भी और बेहतर हो सकता है।

वही जल्द है शिक्षा अधिकारियों के साथ एक मीटिंग का आयोजन भोपाल में किया जाना है ,जिसमें दक्षिण कोरिया गए दल के साथ समस्त चर्चाएं की जाएंगी और कैसे क्या शिक्षा की व्यवस्था को सुधारा जा सके और उसमें क्या-क्या बदलाव किए जा सकते हैं ,इन सब बातों को लेकर दल और प्रशासनिक अधिकारी के द्वारा विवेचना की जाएगी ,वहीं शिक्षा के स्तर में बढ़ावा देने के लिए बच्चों के साथ साथ शिक्षकों को भी अपने हैप्पीनेस पर ध्यान देना चाहिए जिससे वह अपना कार्य कुशलता से कर सकें।


विसुअल

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बी एस बिसोरिया जिला शिक्षा अधिकारी
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