राजगढ़। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने आम बजट पेश किया. अर्थशास्त्री और असिस्टेंट प्रोफेसर डॉक्टर बीएल वर्मा बताते हैं कि, यह मध्यम वर्ग के लिए अच्छा बजट है और वहीं असिस्टेंट प्रोफेसर स्नेहा खरे ने इस बजट को शिक्षा के लिए एक अच्छा बजट बताया है.
अर्थशास्त्री और असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ बीएल वर्मा बताते है किस टैक्स स्लैब में जो छूट दी गई है, उससे मध्यमवर्ग को काफी फायदा होगा, जिससे उनका जेब खर्च बढ़ेगा और उत्पादन की मांग में बढ़ोतरी होगी और जिससे उत्पादन में गति बढ़ेगी, वहीं जहां उत्पादन बढ़ने से ना सिर्फ उद्यमियों को फायदा होगा, बल्कि इससे सेवाओं की मांग भी बढ़ेगी. जिससे नौकरियों का सृजन भी बढ़ेगा, वहीं जहां टैक्स स्लैब में बदलाव की जो मांग थी, वो काफी समय से चली आ रही थी.
टैक्स स्लैब के वजह से हर वर्ग को काफी फायदा होगा, वहीं उन्होंने कहा कि बजट काफी अच्छा है, लेकिन जो प्राइवेटाइजेशन हो रहा है, उस पर सरकार को लगाम रखने की जरूरत है. क्योंकि इससे जनता भी काफी नाराज है. साथ ही जो निजीकरण हो रहा है उसमें कुछ नए कदम उठाने की जरूरत है. जिससे लोगों को अधिकतम लाभ हो सके.
असिस्टेंट प्रोफेसर स्नेहा खरे बताती है कि, जब इस बार का बजट जो है वह काफी उत्साह जनक है. जहां सरकार द्वारा 99,300 करोड़ रुपए शिक्षा के लिए दिए गए हैं. वहीं उन्होंने नेशनल फॉरेंसिक यूनिवर्सिटी के लिए बात की गई है, काफी अच्छी बात है, वहीं जहां सरकार पीपीपी मॉडल पर मेडिकल कॉलेज जो की बात कर रही है. वह काफी सराहनीय बात है और इससे जहां ग्रामीण जिलों में और वहीं जहां राजगढ़ भी है, ग्रामीण जिला है इसमें स्वास्थ्य सेवाएं उत्तम होंगी और ग्रामीणों की पहुंच स्वास्थ्य सुविधाओं तक ज्यादा हो सकेगी, और इस नीति के वजह से ना सिर्फ ग्रामीण क्षेत्रों में स्वास्थ्य सुविधाएं ठीक होंगी बल्कि ग्रामीण क्षेत्रों में अच्छे अच्छे डॉक्टर भी मिल सकेंगे.