रायसेन। जिले में गुरुवार सुबह एक बहुत की दर्दनाक घटना घटी, जब एक महिला ने अपने 2 बच्चियों के साथ ट्रेन के आगे छलांग लगा दी. उन तीनों की मौके पर ही मौत हो गई. यह घटना जिले के सलामतपुर रेलवे स्टेशन की है. चश्मदीद ने बताया कि इनकी मौत डाउन ट्रैक पर आंध्रप्रदेश से निज़ामुद्दीन दिल्ली जाने वाली स्पेशल ट्रेन 02781 के सामने आने से हुई. घटना के करीब तीन घंटे बाद सूचना मिलने पर जीआरपी की टीम पहुंची. पुलिस ने बिखरे हुए तीनों शवों को इकट्ठा कर पोस्टमार्टम के लिए सांची स्वास्थ्य केंद्र भेज दिया.
3 घंटे बाद पहुंची GRP पुलिस
घटना गुरुवार की सुबह 9 बजे की बताई जा रही है, सलामतपुर रेलवे स्टेशन पर एक अज्ञात महिला ने अपनी दो मासूम बच्चियों के साथ ट्रेन के आगे कूदकर आत्महत्या कर ली. वहीं जीआरपी पुलिस घटनास्थल पर तीन घंटे बाद पहुंची. इस दौरान मानवता को शर्मसार करते हुए महिला का शव रेलवे लाइनों के बीचों-बीच 3 घंटों तक पड़ा रहा. इस दौरान कई ट्रेनें शव के ऊपर से गुज़री. सलामतपुर पुलिस को सुबह 10:30 के करीब रेलवे कर्मचारी आकाश कटारे ने सूचना दी, कि सलामतपुर रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म के सामने डाउन ट्रैक का खंबा नम्बर 873/20.22 पर एक महिला और दो बच्चियों के कटे हुए शव सुबह 9 बजे से पड़े हुए हैं. इनकी मौत डाउन ट्रैक पर आंध्रप्रदेश से निज़ामुद्दीन दिल्ली जाने वाली स्पेशल ट्रेन 02781 के सामने आने से हुई है.
जीआरपी पुलिस के आने पर हुई आगे की कार्रवाई
सलामतपुर थाना प्रभारी देवेन्द्र पाल सिंह तत्काल पुलिस अमले के साथ स्टेशन पहुंचे. मामला रेलवे स्टेशन प्लेटफार्म के सामने का था. तो सलामतपुर पुलिस ने जीआरपी भोपाल को सूचना दी. जीआरपी टीम लगभग 12 बजे घटनास्थल पर पहुंची. उसके बाद उसने तीनों के शवों को इकट्ठा करके पोस्टमार्टम के लिए सांची स्वास्थ्य केंद्र भेज दिया. पुलिस ने बताया कि महिला की उम्र लगभग 35 साल थी, वहीं एक बच्ची 5 साल की तो दूसरी ढाई साल की थी, उसने बताया कि काफी खोजबीन करने के बाद भी महिला और बच्चियों की शिनाख्त करने में बहुत दिक्कत हुई. जीआरपी पुलिस ने मामले को संज्ञान में लिया है.
सफाई कर्मचारी से बोली 'जहां भगवान ले जाएगा वहां चली जाउंगी'
सलामतपुर रेलवे स्टेशन पर गुरुवार सुबह रेलवे सफाई कर्मचारी राजू लोहट जब प्लेटफॉर्म पर सफाई कर रहा था, तो एक महिला जिसके साथ दो मासूम बच्चियां भी बैठी थी, उससे पूछा था कि कोई ट्रेन नहीं आएगी क्या ? तो राजू ने कहा कि यहां कोई ट्रेन नहीं रुकेगी. फिर उसने महिला से पूछा कि तुम्हे कहां जाना है ? महिला बोली जहां भगवान ले जाएगा. वहां चली जाउंगी. वहीं मौके पर मौजूद रेलवे कर्मचारियों ने बताया कि महिला एक बच्ची को गोद में और एक का हाथ पकड़कर ट्रेन के सामने पहुंच गई थी. हम लोगों ने बहुत चिल्लाया की ट्रेन आ रही है, लेकिन उसने नहीं सुना और ट्रेन के आगे कूदकर जान दे दी.
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हाल ही में घटी थी यहां एक और घटना
बता दें कि इससे पहले भी यहां एक और घटना घट चुकी है. पिछले 14 अप्रैल को सलामतपुर रेलवे स्टेशन के बड़नपुर रेलवे फाटक के पास भी एक अज्ञात व्यक्ति की ट्रेन से कटकर मौत हो गई थी. उसका शव 7 घंटे तक रेलवे लाइनों के बीचों-बीच पड़ा रहा था. उस समय भी जीआरपी पुलिस मौके पर 7 घंटे के बाद पहुंची थी. इस दौरान मानवता को शर्मसार करते हुए दर्जनों ट्रेनें शव के ऊपर से गुजर चुकी थी.