रायसेन। जिले में पिछले कुछ दिनों से कड़ाके की ठंड का असर मासूमों पर भारी पड़ रहा है. बड़े बुजुर्ग के अलावा मासूम बच्चों पर विंटर सीजन का अटैक हद से ज्यादा देखने मिल रहा है. विंटर डायरिया का असर बच्चों में कुछ ज्यादा ही देखने को मिल रहा है. एसे में ईटीवी भारत के साथ डॉ एमएल अहिरवार से से जानें इससे बचने के उपाए.
बच्चों में निमोनिया बुखार, दस्त उल्टी के मामले बढ़ रहे हैं. रायसेन जिला अस्पताल की ओपीडी में इन दिनों विंटर डायरिया के केसों की संख्या ज्यादा बढ़ रही है. खासतौर से मासूम बच्चों में विंटर डायरिया के लक्षण ज्यादा नजर आ रहे हैं.
रायसेन जिला अस्पताल के मेडिकल विशेषज्ञ डॉ एमएल अहिरवार की मांने तो ओपीडी में 80 से 85 फीसदी बच्चों में विंटर डायरिया के लक्षण बढ़ रहे हैं. ऐसे में कड़ाके की ठंड के मौसम में उन्होंने पालकों से बच्चों को सावधानी से पालने की सलाह दी है.
घरेलू उपाए
लक्षण दिखने के बाद वास्तव मे बीमारी पर नियंत्रण करना भारी पड़ जाता है, ऐसे में ठंड से बचाव के साथ-साथ गुनगुना पानी लेते रहें.
बच्चों के अलावा बूढ़ों को भी खतरा
जहां एक ओर बच्चो में 5 साल से कम उम्र के बच्चे अधिक प्रभावित रहते है, तो वहिं बूढ़ो में कोल्ड स्पोजर से ब्लड प्रेशर, डायबिटीज और हार्ट अटैक की आशंका बढ़ कही है. साथ ही ब्रेन हैमरेज, लकवा आदि की आशंका भी बढ़ रही है. इसलिए जैसे ही इसके लक्षण दिखे तो तुरंत नज़दीक स्वस्थ केंद्र पर पहुंच जांच कराए.