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सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र की छत से टपक रहा पानी, मरीज हो रहे परेशान - Raisen

इस सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के अंतर्गत 246 गांव आते हैं जिनमें करीब डेढ़ लाख से अधिक जनसंख्या है जिसमें एक साल में लगभग एक लाख से ज्यादा मरीज गंभीर बीमारी से लेकर मौसमी बीमारी के उपचार के लिए आते हैं लेकिन अस्पताल की सुध लेने वाला कोई नहीं.

स्वास्थ्य केंद्र की खराब व्यवस्थाएं
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Published : Sep 19, 2019, 4:25 AM IST

रायसेन। रायसेन जिले की सिलवानी तहसील के डेढ़ लाख से अधिक की आबादी को बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं मुहैया कराए जाने की जिम्मेदारी संभाले तहसील का एकमात्र सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र खुद ही वेंटिलेटर के सहारे है. करीब 17 साल पहले बना उक्त भवन ना केवल जर्जर हो गया है. बल्कि क्षतिग्रस्त होने के साथ ही बरसात का पानी भी छत से टपक रहा है.

स्वास्थ्य केंद्र की खराब व्यवस्थाएं


पानी छत से टपकने के कारण भर्ती मरीजों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. छत से लगातार टपक रहे पानी से भर्ती मरीजों के कपड़े न केवल गीले हो रहे हैं बल्कि मेडिसिन भी पानी लगने से गीली हो रही हैं. ऐसा नहीं है कि मात्र वार्ड की छत से ही पानी टपक रहा है बल्कि कर्मचारियों को बैठने वाले कक्ष में भी पानी टपक रहा है. वहीं एक पलंग पर चार-चार मरीजों को बैठाना पड़ रहा है. सरकारी अस्पताल की छत से टपक रहे पानी से परेशान हो रहे हैं मरीजों की सुध लेने वाला कोई नहीं है ना तो जनप्रतिनिधि और ना ही सत्तारूढ़ दल के नुमाइंदे. जबकि ऐसा नहीं है कि शासन प्रशासन इस समस्या से बेखबर हो.

रायसेन। रायसेन जिले की सिलवानी तहसील के डेढ़ लाख से अधिक की आबादी को बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं मुहैया कराए जाने की जिम्मेदारी संभाले तहसील का एकमात्र सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र खुद ही वेंटिलेटर के सहारे है. करीब 17 साल पहले बना उक्त भवन ना केवल जर्जर हो गया है. बल्कि क्षतिग्रस्त होने के साथ ही बरसात का पानी भी छत से टपक रहा है.

स्वास्थ्य केंद्र की खराब व्यवस्थाएं


पानी छत से टपकने के कारण भर्ती मरीजों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. छत से लगातार टपक रहे पानी से भर्ती मरीजों के कपड़े न केवल गीले हो रहे हैं बल्कि मेडिसिन भी पानी लगने से गीली हो रही हैं. ऐसा नहीं है कि मात्र वार्ड की छत से ही पानी टपक रहा है बल्कि कर्मचारियों को बैठने वाले कक्ष में भी पानी टपक रहा है. वहीं एक पलंग पर चार-चार मरीजों को बैठाना पड़ रहा है. सरकारी अस्पताल की छत से टपक रहे पानी से परेशान हो रहे हैं मरीजों की सुध लेने वाला कोई नहीं है ना तो जनप्रतिनिधि और ना ही सत्तारूढ़ दल के नुमाइंदे. जबकि ऐसा नहीं है कि शासन प्रशासन इस समस्या से बेखबर हो.

Intro:रायसेन-जिले का सिलवानी अस्पताल इन दिनों खुद वेंटिलेटर पर है अस्पताल में बारिश के चलते छत तक टपक रही है जर्जर हो चुके सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र भवन में बरसात का पानी टपक रहा है बालों में टपक रहे पानी से भर्ती मरीजों को परेशानी का सामना करना पढ़ रहा है यहां तक कि एक पलंग पर तीन से चार मरीजों को बैठाकर उपचार किया जा रहा है वही आपको बता दें इस सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के अंतर्गत 246 गांव आते हैं जिनमें करीब डेढ़ लाख से अधिक जनसंख्या है जिसमें एक साल में लगभग एक लाख से ज्यादा मरीज गंभीर बीमारी से लेकर मौसमी बीमारी के उपचार के लिए आते हैं लेकिन अस्पताल की सुध लेने वाला कोई नहीं।


Body:रायसेन जिले की सिलवानी तहसील के डेढ़ लाख से अधिक की आबादी को बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं मुहैया कराए जाने की जिम्मेदारी संभाले तहसील का एकमात्र सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र स्वयं ही वेंटिलेटर के सहारे हैं करीब 17 साल पूर्व बना उक्त भवन ना केवल जर्जर हो गया है बल्कि क्षतिग्रस्त होने के साथ ही बरसात का पानी भी छत से टपक रहा है पानी छत से टपकने के कारण भर्ती मरीजों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है छत से लगातार टपक रहे पानी से भर्ती मरीजों के कपड़े न केवल गीले हो रहे हैं बल्कि मेडिसिन भी पानी लगने से गीली हो रही हैं ऐसा नहीं है कि मात्र वार्ड की छत से ही पानी टपक रहा है बल्कि कर्मचारियों को बैठने वाले कक्ष में भी पानी टपक रहा है पानी टपकने के कारण ना केवल वार्ड में रखे पलंग पानी लगने से गीले हो रहे हैं साथ ही पलंग पर बिछे गद्दे भी पानी लगने से खराब हो रहे हैं एक पलंग पर बैठते हैं 4 मरीज छत से टपक रहे पानी से मरीज खासे परेशान है वही एक पलंग पर चार चार मरीजों को बैठाना पड़ रहा है सरकारी अस्पताल की छत से टपक रहे पानी से परेशान हो रहे हैं मरीजों की सुध लेने वाला कोई नहीं है ना तो जनप्रतिनिधि और ना ही सत्तारूढ़ दल के नुमाइंदे,जो सिर्फ मात्र फोटो खिंचाने तक ही सीमित है जबकि ऐसा नहीं है कि शासन प्रशासन इस समस्या से बेखबर हो।

Byte-रघुवीर इलाज कराने वाला।

Byte-डिलेवरी कराने आई महिला दशोदा बाई।

Byte-एच्एन मॉडरे बीएमओ।


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