रायसेन। हिन्दू, मुस्लिम, सिख और ईसाई हमेशा ही हर त्यौहार, हर खुशियां साथ मनाकर प्रेम और आपसी सौहार्द का संदेश देते आ रहे हैं. वहीं जिला मुख्यालय पर कई ऐसे धार्मिक स्थल हैं, जहां लोग हिन्दू पूजा और मुस्लिम इबादत एक साथ करते हैं.
वही रायसेन के वार्ड क्रमांक-5 तिपट्टा बाजार में राम-जानकी मंदिर और मस्जिद की दीवार आपस में जुड़ी है और इस मंदिर में जहां पूजा अर्चना होती है, तो दूसरी तरफ मस्जिद में खुदा की इबादत भी होती है. शहर में हिन्दू त्यौहारों पर मुस्लिम भाईयों के द्वारा बधाई दी जाती है तो वहीं मुस्लिम भाईयों के त्यौहरों में हिन्दू भाईयों के द्वारा बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया जाता है. जहां जिला मुख्यालय में कौमी एकता आपसी भाईचारा और समरसता की मिसाल है, इसके साथ ही जिले में दरगाह शरीफ भी एक प्रसिद्ध स्थान है जहां हिन्दू चादर चढ़ाने के लिए बड़ी संख्या में पहुंचते हैं.
सालों पुराना है ये प्रेम
रायसेन के एक शख्स बृजेश चतुर्वेदी ने बताया कि राम-जानकी मंदिर जो शहर में बड़े मंदिर के नाम से जाने जाते हैं, उस मंदिर में उनके दादाजी पूजा अर्चना करते थे और पास में ही मस्जिद भी है, जहां नमाज होती है. पिछले 56 साल से ज्यादा समय से वो देखते हुए आ रहे है कि कभी मंदिर-मस्जिद को लेकर विवाद की स्थिति निर्मित ही नहीं हुई और सभी एक-दूसरे के धर्म का आदर करते हैं.
इसके साथ ही शेख शकुर खां ने बताया कि रायसेन में सबसे ज्यादा प्रेम भाव सभी के दिल में है और हम भी ईश्वर से प्रार्थन करते हैं कि ये हमेशा बना रहे. रायसेन में मंदिर और मस्जिद एक साथ हैं जिसे कई सालों से एक साथ देखते हुए आ रहे हैं और संविधान भी यही चाहता है और संविधान को हम मानते हैं.