रायसेन। फूड कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया किस तरह से योजनाओं को चला रहा है, कैसे काम कर रहा है, मुफ्त राशन सही तरह से दिया जा रहा है या नहीं, और फूड कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया की समस्याओं को जानने के लिए सांसदों का एक अध्ययन दल गठित किया गया है. केंद्र ने 30 सांसदों के इस दल को मध्य प्रदेश भेजा है. जिनमें से 8 सांसद रविवार को ही सांची पहुंचे. 8 सदस्यीय इस दल ने सबसे पहले सांची स्तूप का अध्ययन किया. इसके बाद फूड कॉर्पोरेशन के अधिकारियों से चर्चा भी की गई.
एमपी आए इस अध्ययन दल के अध्यक्ष, कोलकाता उत्तर से सांसद और तृणमूल कांग्रेस के संसदीय दल के नेता सुदीप बंदोपाध्याय ने बताया, 'गरीबों को मुफ्त राशन मिलता है, वह कब तक मुफ्त है, हर राज्य में फूड कॉर्पोरेशन इंडिया यह सब देखता है, कैसे सामान देते हैं उसकी मॉनिटरिंग की जाती. सांसदों का अध्ययन दल फूड कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया की समस्याओं को जानने की कोशिश कर रहा है. जिसके आधार पर एक रिपोर्ट तैयार कर सरकार के सामने पेश की जाएगी'.
सांसद सुदीप बंदोपाध्याय ने आगे कहा कि फूड कॉर्पोरेशन एक बड़ी कमेटी बन गई है. देश के हर व्यक्ति को फूड की जरूरत होती है. 'वन नेशन वन राशन कार्ड' यह विषय हमारी स्टेंडिंग कमेटी से चर्चा होकर गया है. जिसको बाद में लागू कर दिया गया. हमारी कमेटी में 31 लोग होते है पर आने के समय 10 से 20 सांसद आते है. सांसद ने सांची स्तूप को लेकर कहा कि उन्होंने बचपन में इसके बारे में किताब में पढ़ा था, जिसके बाद उनके मन में इसे देखने की काफी जिज्ञासा भी थी.