रायसेन। कहते हैं प्रतिभा किसी पहचान की मोहताज नहीं होती, ऐसा ही कारनामा गरीब परिवार से आने वाले 18 साल के राधेश्याम कहार ने कर दिखाया है. जिसने पहली कोशिश में ही 'रन भोपाल रन' के टॉप टेन में जगह बनाई है. अब राधेश्याम की मंशा है कि वो ओलंपिक में भाग लेगा और देश के लिए मेडल लेकर आएगा. जिसके लिए उसे भोपाल या फिर उससे बड़े शहर में ट्रेनिंग की जरूरत होगी.
विधायक ने दिलाया मदद करने का भरोसा
बेहद गरीब परिवार से ताल्लुक रखने वाले राधेश्याम की प्रतिभा को विधायक देवेंद्र पटेल ने देखा और मदद करने का भरोसा दिलाया है. इस दौड़ में देश-विदेश से लोग भाग लेने आए थे, जिसमें 16 हजार प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया था. राधेश्याम ने 9वीं रैंक लाकर प्रदेश को गौरवान्वित किया है. विधायक पटेल ने कहा कि वे चाहते हैं कि राधेश्याम देश के लिए मेडल लाएं और पूरे मध्यप्रदेश सहित जिले का नाम रोशन करें.
विदेशी भी देखते रह गए राधेश्याम की मेहनत
बरेली की सड़कों पर अक्सर दौड़ने वाले राधेश्याम सुबह उठकर अपनी कमर में टॉयर बांधकर दौड़ते हैं, जिसे कौतूहल बस देखते ही रहते है. 'रन भोपाल रन' में कीनिया से भाग लेने आए डेविड जॉन को भी राधेश्याम में प्रतिभा नजर आई और उसने मदद करने की बात कहीं है.
समाजसेवियों ने मदद के लिए बढ़ाया हाथ
राधेश्याम के पिता मजदूर हैं, उसकी मां लोगों के घरों में बर्तन साफ करने का काम करती है. बेटे को आगे बढ़ते देख माता-पिता ने अपनी खुशी जाहिर की है. ऐसे में बरेली नगर के समाजसेवियों ने राधेश्याम की मदद के लिए हाथ बढ़ाया है. रन भोपाल रन में भाग लेने राधेश्याम के पास फीस जमा करने के लिए भी पैसे नहीं थे, जिसका भोपाल के ही एक धावक ने फीस जमा की थी.