रायसेन। कोविड-19 वैक्सीनेशन के संबंध में आज मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी कार्यालय रायसेन में मीडिया बैठक आयोजित की गई है. जहां पर मीडिया से चर्चा करते हुए जिले में वैक्सीन सरकुलेशन के संबंध में जानकारी प्रदान की गई.
प्रदेश में वैक्सीन की डोज आते ही आज जिला स्वास्थ्य विभाग ने टीकाकारण के लिए अपनी कमर कस ली है. बता दें, कि जिले में कोरोना वैक्सीन का पहला डोज 4 हज़ार 731 हेल्थ वर्कर्स को दिया जाएगा. इसके बाद फ्रंट लाइन कोरोना वॉरियर जैसे सफाईकर्मी और पुलिसकर्मियों का वैक्सीनेशन किया जाएगा. वैक्सीनेशन के लिए जिले में 17 फोकस पॉइंट बनाए गए हैं. राज्य स्तर पर कंट्रोल रूम और कमांड सेंटर की स्थापना की जा चुकी है, वहीं जिले के साथ ब्लॉक स्तर पर भी कंट्रोल रूम बनाए गए हैं.
एक सेंटर में 100 लोगों को लगेगा टीका
कोरोना वैक्सीन को लेकर अलग-अलग सेंटर बनाए गए हैं और उन सेंटरों में लोगों को कोरोना वैक्सीन का डोज दिया जाएगा. एक सेंटर से करीब 100 लोगों को वैक्सीन लगाया जाएगा. कोरोना वैक्सीनेशन के फर्स्ट फेज को पांच दिन में पूरा कर लिया जाएगा. वहीं जिले में एक दिन में करीब 1700 लोगों का टीकाकरण होगा, इसका रजिस्ट्रेशन सरकारी अधिकारी करेंगे. रजिस्ट्रेशन के बाद ही लोगों को कोरोना की डोज दी जाएगी.
सुबह 9 से शाम 5 बजे तक होगा वैक्सीनेशन
कोरोना वैक्सीन की डोज सुबह 9 बजे से लेकर शाम 5 बजे तक दी जाएगी. वैक्सीन लगवाने के लिए कोविन ऐप से रजिस्ट्रेशन करवाना होगा, वहीं जिसे किसी तरह की शारीरिक समस्या है, या उनकी उम्र 50 साल से ज्यादा है, तो वो खुद अपनी जानकारी ऐप के जरिए अपलोड कर सकते हैं.
वैक्सीनेशन के लिए देना होगा दस्तावेज सत्यापन
COWIN ऐप के जरिए अगर कोई अपनी जानकारी अपलोड कर रहा है, तो उसे 15 डाक्यूमेंट्स में से एक डाक्यूमेंट जमा करना होगा, आधार कार्ड, ड्राइविंग लाइसेंस, हेल्थ इंश्योरेंस स्मार्ट, कार्ड जो केंद्रीय श्रम मंत्रालय द्वारा जारी किया गया हो, मनरेगा जॉब कार्ड, पैन कार्ड, बैंक पासबुक, पोस्ट ऑफिस द्वारा जारी किया गया पासपोर्ट, पेंशन डॉक्यूमेंट, सर्विस आईडेंटिटी कार्ड और वोटर कार्ड में से किसी भी एक डाक्यूमेंट को आप इस मोबाइल ऐप में अपलोड कर रजिस्ट्रेशन करा सकते हैं.
क्या होगी टीका लगवाने की प्रक्रिया
टीकाकरण के लिए स्वास्थ्य विभाग द्वारा टीकाकरण स्थान को पांच चरणों में विभाजित किया गया है. प्रथम चरण में एक व्यक्ति जिसके पास 100 लोगों की एक हार्ड कॉपी सूची होगी, जिसमें जिन लोगों को टीका लगना है उनका नाम होगा. उस सूची में टीका लगने वाले व्यक्ति के नाम का मिलान होने के बाद व्यक्ति को आगे दूसरे चरण में भेजा जाएगा, जहां पर सीएचओ स्टॉफ सूची में नाम देखकर आईडी प्रूफ से सत्यापन करेगा. अगर किसी वालंटियर के पास आईडी प्रूफ नहीं है तो वह अपनी आईडी की सॉफ्ट कॉपी भी दिखा सकेगा. सत्यापन होने के बाद तीसरे चरण में वालंटियर को वैक्सीनेशन दी जाएगी. वैक्सीनेशन उसके दाहिने हाथ में लगेगी. उसके बाद चतुर्थ चरण में वालंटियर को रेस्ट करने के लिए रेस्ट रूम में आधे घंटे के लिए रखा जाएगा, जिसमें डॉक्टरों की टीम वालंटियर की देखरेख करेगी. अगर टीका लगने के बाद किसी भी तरह की परेशानी होती है तो उपस्थित डॉक्टर से वॉलिंटियर कंसल्ट कर सकते हैं.
वहीं इस सारी प्रक्रिया को डॉक्टरों द्वारा मॉनिटर भी किया जाएगा. इस सारी प्रक्रिया में इलेक्शन की तर्ज पर जिला कलेक्टर ने हर ब्लॉक में जोनल इंचार्ज की नियुक्ति की है जो शाम को वैक्सीनेशन का सारा अपडेट कलेक्टर को सौंपेंगे. अगर किसी वालंटियर को निर्धारित समय में या उस दिन वैक्सीन नहीं लग पाती है तो वह 23 तारीख को जिस साइट पर वैक्सीनेशन प्रोग्राम रखा गया है वहां पहुंचकर उसे लगवा सकता है.
बता दें कि मंगलवार और शुक्रवार को छोड़कर सोमवार, बुधवार, गुरुवार, शनिवार और रविवार तो वैक्सीन लगाई जाएगी. वहीं वैक्सीन को स्टोर करने के लिए नो आई स्लाइडर और तीन रेफ्रिजरेटर की व्यवस्था की गई है. साथ ही हर सेंटर पर एक डॉक्टर मौजूद रहेगा.