रायसेन। सांची बौद्ध-भारतीय ज्ञान अध्ययन विश्वविद्यालय के सलामतपुर में प्रस्तावित परिसर की जमीन पर पीपल के पौधे लगाए गए. विश्वविद्यालय के सभी अधिकारी और कर्मचारी ने विश्वविद्यालय की प्रस्तावित जमीन पर 100 से ज्यादा पौधे लगाये. साथ ही अधिकारियों और कर्मचारियों ने अपने जन्मदिन पर एक पेड़ लगाने और तीन साल उसकी देखरेख का संकल्प लिया.
विश्वविद्यालय में उद्यानिकी विभाग के सहायक निदेशक कृपाल सिंह वर्मा ने बताया कि बड़े पैमाने पर लोग पेड़ लगा रहे हैं और प्रकृति को लेकर जागरूक भी हुए हैं. लेकिन पेड़ लगाए जाने के बाद वे उसे भूल जाते हैं. जबकि तीन साल की देख-भाल के बाद ही पेड़ को कोई देखरेख की आवश्यकता नहीं होती.
कृपाल सिंह ने बताया कि पीपल का पेड़ 24 घंटे पर्यावरण में ऑक्सीजन छोड़ता है. इसकी बोनसाई बनाकर घरों के अंदर भी रखा जा सकता है. घरों में लगाए जाने वाले कई पौधे जैसे एरिका पाम, स्नेक प्लांट, मनी प्लांट, एलोविरा आदि भी साफ हवा और प्रदूषण घटाने में मददगार हैं.
राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने प्रदेशभर के विश्वविद्यालयों को विश्वविद्यालय परिसर में पीपल के वृक्ष लगाने के निर्देश दिए हैं. इसी वजह से बौद्ध-भारतीय ज्ञान अध्ययन विश्वविद्यालय परिसर में भी वृक्षारोपण किया गया.