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चयनित शिक्षकों ने ज्वाइंग की मांग को लेकर किया प्रदर्शन

मध्यप्रदेश में ढाई साल से चल रही शिक्षक भर्ती प्रक्रिया पूरी कराने के लिए चयनित शिक्षक संघ द्वारा एक दिवसीय धरना प्रदर्शन किया गया. चयनित शिक्षकों का कहना है कि मांग पूरी नहीं हुई तो बड़ा आंदोलन करेंगे.

Performance of selected teachers
चयनित शिक्षकों का प्रदर्शन
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Published : Feb 6, 2021, 7:21 AM IST

Updated : Feb 6, 2021, 7:32 AM IST

रायसेन। मध्यप्रदेश में विगत ढाई वर्षो से लंबित शिक्षकों की चयन प्रक्रिया को पूरा कराने के लिए मध्य प्रदेश के तमाम जिलों में चयनित शिक्षकों द्वारा एक दिवसीय धरना प्रदर्शन किया. इसी क्रम में रायसेन जिले में जिला मुख्यालय पर कलेक्टर कार्यालय के सामने बने पार्क में चयनित शिक्षकों के समूह ने शांतिपूर्ण तरीके से धरना दिया गया. सभी ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के नाम ज्ञापन सौंपा.

चयनित शिक्षकों की मांग

चयनित शिक्षकों का कहना है कि 2018 के पूर्व स्कूल शिक्षा विभाग और जनजाति कल्याण विभाग द्वारा प्रोफेशनल एग्जामिनेशन बोर्ड के माध्यम से संयुक्त पात्रता परीक्षा के अंतर्गत उच्च माध्यमिक शिक्षा के 19, 220 पदों पर और माध्यमिक शिक्षा के 11,374 पदों पर भर्ती निकाली गई थी. जिसकी पात्रता परीक्षा इसका परिणाम और इसके बाद दोनों विभागों द्वारा काउंसलिंग प्रक्रिया के अंतर्गत चयनित अभ्यर्थियों को मेरिट और वेटिंग लिस्ट जारी होने के बाद नियुक्ति के लिए दस्तावेज सत्यापन प्रक्रिया शुरू हुई और अब 1 साल बीतने जाने पर भी काउंसलिंग प्रक्रिया की कार्रवाई दस्तावेज सत्यापन पर ही अटकी हुई है. जिससे हमारी शिक्षकों की नियुक्ति आज भी लंबित है. इस बीच जुलाई 2020 दस्तावेज सत्यापन की प्रक्रिया शुरू हुई, लेकिन उसे बीच में ही स्थगित किया गया. जिसके लिए लोक परिवहन उपलब्ध ना होने का कारण बताया गया था जो कि अब सभी जगह उपलब्ध है फिर भी 1 साल से हम चयनित शिक्षक लगातार प्रताड़ित हो रहे हैं.

चयनित शिक्षकों का प्रदर्शन

आर्थिक संकट से जूझ रहे चयनित शिक्षक

चयनित शिक्षकों का कहना है कि 3594 चयनित अभ्यर्थी अपने परिवार सहित कई प्रकार के आर्थिक और सामाजिक संकटों से जूझ रहे हैं. स्कूल शिक्षा विभाग और जनजातीय विभाग की संवेदनशीलता देखते हुए हम सब चयनित शिक्षक चाहते हैं कि सरकार हमारे मुद्दे को महत्वपूर्ण मानते हुए हमारी लंबित नियुक्ति या हमें समय पर प्रदान करने के लिए दस्तावेज सत्यापन करवाने और नीतियां प्रदान करने के लिए आदेश जारी करें. ताकि सभी चयनित विद्यालयों में पहुंचकर अपना शिक्षक कर्तव्य निभाते हुए मध्य प्रदेश का उज्जवल भविष्य गढ़ने में सहायक बन सके.

चयनित शिक्षकों ने दी बड़ा आंदोलन करने की चेतावनी
वहीं इस संबंध में चयनित शिक्षक संघ के जिला संयोजक संजीव शर्मा ने कहा कि विगत 2 वर्षों से चयनित शिक्षक संघ परेशान हैं. कोरोना का बहाना लेकर हमारा सत्यापन प्रक्रिया रोक दी गई. जिसके बाद से ना हमें कोई आश्वासन सरकार से प्राप्त हुआ है. हम सभी का सरकार से अनुरोध है कि जल्द से जल्द हमारी नियुक्ति करने का शेड्यूल डालें और निश्चित दिनांक प्रदान करें. जिससे कि हमारे नियुक्ति हो सके हम लगता तो बरसों से परेशान हैं. बार-बार हमारे द्वारा ज्ञापन देने के बाद भी हमें निश्चित तिथि प्रदान नहीं की जा रही हम सभी शिक्षक निजी संस्थानों में कार्य कर रहे थे. चयन होने के बाद से ही हम ना निजी क्षेत्रों में कार्य कर पा रहे हैं ना ही हमारी नौकरी सभी आर्थिक रूप परेशान हैं हम हमारे परिवार का भरण पोषण नहीं कर पा रहे हैं सरकार हमारी नियुक्ति नहीं करती तो से लेकर हम भोपाल में बड़ा आंदोलन करेंगे.

रायसेन। मध्यप्रदेश में विगत ढाई वर्षो से लंबित शिक्षकों की चयन प्रक्रिया को पूरा कराने के लिए मध्य प्रदेश के तमाम जिलों में चयनित शिक्षकों द्वारा एक दिवसीय धरना प्रदर्शन किया. इसी क्रम में रायसेन जिले में जिला मुख्यालय पर कलेक्टर कार्यालय के सामने बने पार्क में चयनित शिक्षकों के समूह ने शांतिपूर्ण तरीके से धरना दिया गया. सभी ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के नाम ज्ञापन सौंपा.

चयनित शिक्षकों की मांग

चयनित शिक्षकों का कहना है कि 2018 के पूर्व स्कूल शिक्षा विभाग और जनजाति कल्याण विभाग द्वारा प्रोफेशनल एग्जामिनेशन बोर्ड के माध्यम से संयुक्त पात्रता परीक्षा के अंतर्गत उच्च माध्यमिक शिक्षा के 19, 220 पदों पर और माध्यमिक शिक्षा के 11,374 पदों पर भर्ती निकाली गई थी. जिसकी पात्रता परीक्षा इसका परिणाम और इसके बाद दोनों विभागों द्वारा काउंसलिंग प्रक्रिया के अंतर्गत चयनित अभ्यर्थियों को मेरिट और वेटिंग लिस्ट जारी होने के बाद नियुक्ति के लिए दस्तावेज सत्यापन प्रक्रिया शुरू हुई और अब 1 साल बीतने जाने पर भी काउंसलिंग प्रक्रिया की कार्रवाई दस्तावेज सत्यापन पर ही अटकी हुई है. जिससे हमारी शिक्षकों की नियुक्ति आज भी लंबित है. इस बीच जुलाई 2020 दस्तावेज सत्यापन की प्रक्रिया शुरू हुई, लेकिन उसे बीच में ही स्थगित किया गया. जिसके लिए लोक परिवहन उपलब्ध ना होने का कारण बताया गया था जो कि अब सभी जगह उपलब्ध है फिर भी 1 साल से हम चयनित शिक्षक लगातार प्रताड़ित हो रहे हैं.

चयनित शिक्षकों का प्रदर्शन

आर्थिक संकट से जूझ रहे चयनित शिक्षक

चयनित शिक्षकों का कहना है कि 3594 चयनित अभ्यर्थी अपने परिवार सहित कई प्रकार के आर्थिक और सामाजिक संकटों से जूझ रहे हैं. स्कूल शिक्षा विभाग और जनजातीय विभाग की संवेदनशीलता देखते हुए हम सब चयनित शिक्षक चाहते हैं कि सरकार हमारे मुद्दे को महत्वपूर्ण मानते हुए हमारी लंबित नियुक्ति या हमें समय पर प्रदान करने के लिए दस्तावेज सत्यापन करवाने और नीतियां प्रदान करने के लिए आदेश जारी करें. ताकि सभी चयनित विद्यालयों में पहुंचकर अपना शिक्षक कर्तव्य निभाते हुए मध्य प्रदेश का उज्जवल भविष्य गढ़ने में सहायक बन सके.

चयनित शिक्षकों ने दी बड़ा आंदोलन करने की चेतावनी
वहीं इस संबंध में चयनित शिक्षक संघ के जिला संयोजक संजीव शर्मा ने कहा कि विगत 2 वर्षों से चयनित शिक्षक संघ परेशान हैं. कोरोना का बहाना लेकर हमारा सत्यापन प्रक्रिया रोक दी गई. जिसके बाद से ना हमें कोई आश्वासन सरकार से प्राप्त हुआ है. हम सभी का सरकार से अनुरोध है कि जल्द से जल्द हमारी नियुक्ति करने का शेड्यूल डालें और निश्चित दिनांक प्रदान करें. जिससे कि हमारे नियुक्ति हो सके हम लगता तो बरसों से परेशान हैं. बार-बार हमारे द्वारा ज्ञापन देने के बाद भी हमें निश्चित तिथि प्रदान नहीं की जा रही हम सभी शिक्षक निजी संस्थानों में कार्य कर रहे थे. चयन होने के बाद से ही हम ना निजी क्षेत्रों में कार्य कर पा रहे हैं ना ही हमारी नौकरी सभी आर्थिक रूप परेशान हैं हम हमारे परिवार का भरण पोषण नहीं कर पा रहे हैं सरकार हमारी नियुक्ति नहीं करती तो से लेकर हम भोपाल में बड़ा आंदोलन करेंगे.

Last Updated : Feb 6, 2021, 7:32 AM IST
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