रायसेन। उमराव गंज यात्री प्रतिक्षालय के पीछे लावारिस हालात में नवजात बच्ची मिली है जिसको फेंके जाने से शरीर में चोंट के निशान भी हैं. स्थानीय लोगों द्वारा पुलिस को सूचना दिए जाने के बाद पुलिस ने नवजात को बाल कल्याण समिति रायसेन को सौंप दिया है, जहां समिति के सदस्यों द्वारा नवजात को उपचार के लिए रायसेन जिला अस्पताल के एसएनसीयू में भर्ती कर दिया है.
बाल कल्याण समिति के अध्यक्ष संदीप दुबे ने बताया कि पुलिस ने प्रकरण दर्ज कर जांच शुरू कर दी है. फिलाहाल नवाजात का उपचार जारी है. वहीं एसएनसीयू प्रभारी डॉ.आलोक राय ने कहा कि नवजात का उपचार जारी है, स्थिति अभी स्थिर बनी हुई है. उन्होंने बताया कि बच्ची का जन्म कुछ घंटे पहले ही हुआ है.
एक तरफ सरकार द्वारा लाडली लक्ष्मी योजना, बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ योजना के साथ साथ तमाम ऐसी जनजागृति के लिए अनेको अभियान चलाए जा रहे हैं. वहीं दूसरी तरफ समाज में जागरूकता की कमी के चलते बच्चियों को बोझ समझा जाता है और ऐसे घृणित अपराध हो रहे हैं. आखिर कब इन अपराधों पर अंकुश लगेगा और कब समाज में जागरूकता आएगी.