रायसेन। मध्य प्रदेश के कई जिलों में बारिश,ओले व आंधी से भारी नुकसान हुआ है. रायसेन जिले में भी तेज हवाओं के साथ शुरू हुई कुछ घंटो की बारिश और ओलावृष्टि ने किसानों के अरमानों पर पानी फेर दिया. खासकर गेहूं की फसल जोकि पकने के लिए तैयार थी, ओले गिरने और तेज हवाओं के कारण आड़ी हो गई है. सोमवार सुबह से ही राजस्व विभाग के बड़े अधिकारी फसलों के नुकसान का आकलन करने के लिए मौका स्थल पर पहुंचे. अधिकारियों ने कई खेतों का बारीकी से जायजा लिया.
कलेक्टर पहुंचे खेतों में : जिला कलेक्टर अरविंद कुमार दुबे, एसपी विकास कुमार सहवाग के साथ एसडीएम अन्य अधिकारियों ने खेतों में पहुंचकर फसलों के नुकसान का निरीक्षण किया. रायसेन जिले के कई गांवों में किसानों फसलें बर्बाद हो गई हैं. किसानों का कहना है कि शाम से ही तेज हवाएं चलने लगी थीं. हवाओं के कुछ घंटों बाद बारिश शुरू हो गई कुछ स्थानों पर रिमझिम तो कहीं तेज बारिश हुई. इस बीच रायसेन जिले के गोहरगंज तहसील के गांव गुदावल कंकाली चिकलोद रतनपुर के साथ जिले के सांची ब्लॉक के भी कई गांव में ओलावृष्टि की सूचना मिली थी.
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सुबह देखा तो फसलें चौपट : किसानों का कहना है कि वह सुबह से ही अपनी फसलों को हुए नुकसान को देखकर परेशान हैं. किसानों का कहना है कि खेतों पर सरकारी विभागों से कोई भी कर्मचारी उनकी फसलों को हुए नुकसान का आंकलन करने के लिए नहीं पहुंचा. किसान संतोष, खुमान सिंह व राकेश ने बताया कि फसलों को बहुत नुकसान है. बता दें कि मौसम विभाग ने पूर्व में ही आशंका जताई थी कि अभी वेदर सिस्टम काफी मजबूत है और आगामी कुछ दिनों तक इसकी बजह से बारिश होगी. मंगलवार को भी प्रदेश के कई हिस्सों में बादलों के गरजने-बरसने के साथ कहीं-कहीं तेज और कहीं मध्यम गति से बारिश देखने को मिल सकती है. मौसम विभाग का अनुमान है कि जैसे-जैसे हवाओं का रुख बदलेगा, मध्यप्रदेश में एक बार फिर तेज गर्मी का दौर चालू होगा.