रायसेन। पूर्व मंत्री व बीजेपी प्रत्याशी रामपाल सिंह का कहना है कि पहले यह क्षेत्र पिछड़ा था. इसे काला पानी कहा जाता था. दिग्विजय सिंह की सरकार के टाइम पर यहां पानी की व्यवस्था नहीं थी. ना ही सिंचाई के साधन उपलब्ध थे. क्षेत्र में कोई सड़क नहीं थी. क्षेत्र की जनता ने ये मुद्दे उठाया थे. कांग्रेस सरकार में यहां काम नहीं हुआ. हमारी सरकार आते ही यहां पर सड़कों का जाल बिछा दिया गया. पेयजल की व्यवस्था की गई. सीएम राइज़ स्कूल और हॉस्पिटल बनवाए गए है. सुल्तानगंज को तहसील बना दिया गया है. जल्द ही यहां पर नर्मदा जल उपलब्ध होगा. रामपाल सिंह ने बताया कि जनता का हमें अपार समर्थन है. लोग हमें आशीर्वाद दे रहे हैं. सरकार की योजनाएं लोगों तक पहुंच रही हैं.
कांग्रेस में अंदरूनी कलह : इसके साथ ही कांग्रेस प्रत्याशी देवेंद्र पटेल को लेकर रामपाल सिंह का कहना है कि कांग्रेस में पहले यहां चार-पांच दावेदार थे, जिनके बीच में आपसी खींचातानी चली. पहले कांग्रेस में हमारे मुकाबला डॉ. प्रभुराम चौधरी से होता था. वह कांग्रेस के नेता थे पर सिंधिया के भाजपा में शामिल होने के साथ ही कई कांग्रेस के बड़े नेता भाजपा में शामिल हो गए. जिनमें से एक डॉ. प्रभुराम चौधरी भी हैं. इसके बाद कांग्रेस का बहुत बड़ा हिस्सा भारतीय जनता पार्टी के हिस्से में आ गया है. हाल ही में 1500 से अधिक कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने भाजपा की सदस्यता ग्रहण की है.
नीलमणि सिंह पर बोले : इस बार मातृ शक्ति का भी हमें आशीर्वाद मिल रहा है. हाल ही में लागू हुई लाडली बहना योजना के कारण बीजेपी को बहुत फायदा होगा. बता दें कि नीलमणि सिंह ने कांग्रेस को समर्थन दिया. उन्होंने 2018 के चुनाव में निर्दलीय खड़े होकर 16000 वोट पाए थे. इस पर रामपाल सिंह का कहना है कि नीलमणि सिंह बहुत अच्छे नेता हैं. अब वह चुनाव नहीं लड़ेंगे तो इसका फायदा हमें होगा. इसके साथ ही रामपाल सिंह ने कहा कि कांग्रेस का पहला वचनपत्र था, अब हम उसे झूठा पत्र भी बोल सकते हैं.