रायसेन। जिले के बेगवा खुर्द गांव में सोमवार को कुशवाहा महासभा ने एक ऐतिहासिक निर्णय लिया है. समाज के लोगों ने तय किया है कि वह मृत्युभोज और पगड़ी प्रथा जैसी कुरीतियों को बंद करेंगे. इसकी शुरुआत खुद कुशवाहा समाज के जिलाध्यक्ष नर्मदा प्रसाद ने अपने चाचा की शोकसभा से की.
विगत दिनों नर्मदा प्रसाद कुशवाहा के चाचा का देहांत हो गया था, जिसके चलते सोमवार को उनकी गंगाजली पूजन पर शोकसभा आयोजन की गई. जिसमें कुशवाहा समाज ने मृत्युभोज को बंद करने का फैसला किया साथ ही पगड़ी प्रथा को भी समाप्त कर दिया. उन्होंने रुमाल की जगह पीड़ित परिवार को नगद राशि देने का संकल्प लिया.
यह निर्णय मृतक के परिवार की सहमति से लिया गया. शोकसभा में पहुंचे लोगों ने भी इस पहल की सराहना की, साथ ही इस पहल को गांव- गांव तक पहुंचाने पर जोर दिया.