रायसेन। आईएएस अधिकारी अवि प्रसाद और बीजेपी विधायक व पूर्व पर्यटन मंत्री सुरेंद्र पटवा आमने-सामने आ गए हैं. सीईओ अवि प्रसाद ने सुरेंद्र पटवा द्वारा कलेक्टर रायसेन को लिखे उस पत्र को मानने से साफ इनकार कर दिया. जिसमें भोजपुर से बीजेपी विधायक सुरेंद्र पटवा ने रायसेन जिला पंचायत अध्यक्ष अनीता किरार के पति डॉक्टर जयप्रकाश किरार को विधायक प्रतिनिधि नियुक्त करना तय किया था.
पटवा ने ये पत्र कलेक्टर रायसेन को लिखा था. जिसे कलेक्टर ने सीईओ को भेज दिया था, लेकिन सीईओ ने कलेक्टर के पत्र का जवाब देने की बजाय सीधे विधायक को ऑफिशियल पत्र लिखकर डॉक्टर जयप्रकाश किरार को विधायक प्रतिनिधि मानने से इनकार कर दिया. प्रभारी मंत्री ने कहा कि विधायक और सांसद प्रतिनिधि एक संवैधानिक व्यवस्था है. उसे मानने से इनकार नहीं किया जा सकता है, अगर कोई अधिकारी ऐसा करता है तो उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी.
विधायक प्रतिनिधि बनाए गए किरार का कहना है कि उन्होंने सामान्य सभा की बैठकों में कई भ्रष्टाचार उजागर कर जांच कराने की मांग की थी, इसलिए उनके खिलाफ साजिश रची गई है. इससे पहले किरार सांची विधानसभा से पूर्व विधायक गौरीशंकर शेजवार के विधायक प्रतिनिधि रह चुके हैं.
28 जनवरी 2019 को भोजपुर से बीजेपी विधायक एवं पूर्व पर्यटन मंत्री सुरेंद्र पटवा ने विधायक प्रतिनिधि नियुक्त किया था, लेकिन 6 महीने बाद अचानक 26 जुलाई 2019 को एक पत्र लिखकर जिला पंचायत सीईओ अवि प्रसाद ने पटवा को पत्र लिखकर उनके द्वारा बनाए गए विधायक प्रतिनिधि को मानने से इनकार कर दिया. जब इस मामले में सीईओ से बात करने की कोशिश की गई तो उन्होंने बात करने से मना कर दिया.