रायसेन। जिले में बीते दिनों से हो रही बारिश के चलते जन जीवन अस्त व्यस्त हो गया है. वहीं बरगी बांध के गेट खुलने से नर्मदा नदी का जलस्तर बढ़ गया है. वहीं लगातार हो रही बारिश क चलते जिले के बरेली की निचली बस्तियों में भी घरों में 10 फीट तक पानी भर गया है. वहीं प्रशासन लोगों को राहत शिविरों में पहुंचाने में जुटा हुआ है. इलाके के मकानों को खाली कराया जा रहा है. वहीं बरेली के कसाई मोहल्ला, होली चौक, वार्ड 11, जैन मोहल्ला में बाढ़ का पानी घरों में घुस गया है. बता दें कि बरेली में 1999 में हुई भारी बारिश का रिकार्ड टूट गया है.
बरेली अनुविभाग में नर्मदा नदी के किनारे बसे गांवों में भी बाढ़ के हालात निर्मित हो गए हैं. जिससे ग्रामीणों का जन जीवन अस्त व्यस्त हो गया है. केतोघान, मांगरोल, दिमाड़ा, सेमरी, सलैया सहित कई गांवों में हालात बिगड़ गए हैं. प्रशासन ने पहले ही मुनादी करवाकर लोगों के घर खाली कर सुरक्षित स्थान पर पहुंचा दिया है. बता दें कि सभी नदी नाले उफान पर होने के चलते जिले का संपर्क टूट गया है. बरेली-पिपरिया रोड तेदुनी नदी के पुल पर पानी होने की वजह से बंद है. साथ ही भोपाल-जबलपुर नेशनल हाईवे-12 बारना नदी के पुल पर 20 फीट पानी होने से बंद है. इसके अलावा नर्मदा नदी के बोरास पुल पर पानी होने से आवागमन बंद है. इसे लेकर स्थानीय प्रशासन के अधिकारी नजर बनाए हुए हैं.
बारिश का कहर जारी, लोगों का हाल हुआ बेहाल - heavy rain in raisen
रायसेन में लगातार हो रही बारिश के चलते सभी नदी नाले उफान पर हैं. जिले के बरेली क्षेत्र के कई बाढ़ की चपेट में आ गए हैं. प्रशासन लगातार लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचा रहा है.
रायसेन। जिले में बीते दिनों से हो रही बारिश के चलते जन जीवन अस्त व्यस्त हो गया है. वहीं बरगी बांध के गेट खुलने से नर्मदा नदी का जलस्तर बढ़ गया है. वहीं लगातार हो रही बारिश क चलते जिले के बरेली की निचली बस्तियों में भी घरों में 10 फीट तक पानी भर गया है. वहीं प्रशासन लोगों को राहत शिविरों में पहुंचाने में जुटा हुआ है. इलाके के मकानों को खाली कराया जा रहा है. वहीं बरेली के कसाई मोहल्ला, होली चौक, वार्ड 11, जैन मोहल्ला में बाढ़ का पानी घरों में घुस गया है. बता दें कि बरेली में 1999 में हुई भारी बारिश का रिकार्ड टूट गया है.
बरेली अनुविभाग में नर्मदा नदी के किनारे बसे गांवों में भी बाढ़ के हालात निर्मित हो गए हैं. जिससे ग्रामीणों का जन जीवन अस्त व्यस्त हो गया है. केतोघान, मांगरोल, दिमाड़ा, सेमरी, सलैया सहित कई गांवों में हालात बिगड़ गए हैं. प्रशासन ने पहले ही मुनादी करवाकर लोगों के घर खाली कर सुरक्षित स्थान पर पहुंचा दिया है. बता दें कि सभी नदी नाले उफान पर होने के चलते जिले का संपर्क टूट गया है. बरेली-पिपरिया रोड तेदुनी नदी के पुल पर पानी होने की वजह से बंद है. साथ ही भोपाल-जबलपुर नेशनल हाईवे-12 बारना नदी के पुल पर 20 फीट पानी होने से बंद है. इसके अलावा नर्मदा नदी के बोरास पुल पर पानी होने से आवागमन बंद है. इसे लेकर स्थानीय प्रशासन के अधिकारी नजर बनाए हुए हैं.