रायसेन। पूरा प्रदेश भारी बारिश के चलते बेहाल है, बारिश के चलते ज्यादातर इलाकों में बाढ़ जैसे हालात बन गये हैं. गैरतगंज-सिलवानी को जोड़ने वाली एक मात्र सड़क भी बारिश में बह गई है. इसके बावजूद लोग जोखिम उठाकर टूटी सड़क से अपनी मंजिल तक का सफर तय कर रहे हैं. जिससे किसी भी वक्त बड़ा हादसा हो सकता है.
सिलवानी से महज पांच किलोमीटर की दूरी से ही जमुनिया घाटी शुरू हो जाती है. इस घाटी की लंबाई लगभग 6 किलोमीटर है. जिसके एक तरफ पहाड़ हैं तो दूसरी ओर गहरी खाई. जिसके बीच से ये सड़क गुजरती है, जो बारिश में कहीं अंदर से खोखली हो चुकी है तो कहीं टूटी हुई सड़क साफ नजर आ रही है. ऐसे में कोई वाहन इस गड्ढे में गिरता है तो उस वाहन के जरिए यात्रा करने वालों के बचने की गुंजाइश न के बराबर रहेगी.
प्रशासन ने कुछ साल पहले खाई की ओर लगभग 5 फीट की दीवार बनाई थी. प्रशासन ने दीवार का निर्माण तो करा दिया, लेकिन रख-रखाव कराना भूल गया. जिसके चलते बारिश के साथ दीवार का हिस्सा भी बह गया. आलम ये है कि अगर किसी वाहन चालक से थोड़ी सी चूक हो गई तो वह सीधे खाई में जा गिरेगा. इतना ही नहीं पहाड़ी क्षेत्र होने की वजह से बारिश के चलते रोड पर बड़े-बड़े पत्थर भी बिखरे हैं. जिससे रात में वाहन चालकों के साथ दुर्घटना हो सकती है.
वहीं प्रशासन क्षतिग्रस्त सड़क की मरम्मत कराने की बजाय मिट्टी की बोरियों का घेरा बनाकर जिम्मेदारी से मुंह मोड़ रहा है. इस मामले में सिलवानी एसडीएम संजय उपाध्याय ने बताया कि अधिकारियों को आदेश दिये गये हैं. जल्द ही समस्या का समाधान किया जायेगा.