रायसेन। खेत में हत्या करने के बाद अपना आधार कार्ड और डायरी मृतक की जेब में रख कर आरोपी खुद को मृत घोषित करना चाहता था, लेकिन सिलवानी पुलिस की सक्रियता व ग्रामीणों की सजगता से आरोपी पति, पत्नि व उसके भाई को गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया. जहां से सभी तीनों आरोपियों को जेल भेज दिया गया. पुलिस अधीक्षक विकास शहवाल ने अंधे हत्याकाण्ड का सोमवार को सिलवानी थाने में खुलासा किया. पत्रकार वार्ता में एसडीओपी राजेश तिवारी, थाना प्रभारी भारत सिंह उनि आरती धुर्वे भी मौजूद रहे.
जानिए पूरा मामला: पठ़ापोड़ी गांव में गुरुवार सुबह सूचना पर मौके पर पहुंची पुलिस ने लाश को सिविल अस्पताल पोस्टमार्टम कराया. मृतक की जेब में मिला आधार कार्ड और डायरी में मिले मोबाइल नंबर पर बात की तो पत्नी प्रियंका चिढ़ार ने बताया कि उसका पति तीन दिन पहले नर्मदा घाट बोरास स्नान करने गया है. उसने कपड़ों की पहचान बताई. गांव वालों ने मृतक को कल्लू चिढ़ार मानने से इंकार कर दिया. उन्होंने बताया कि कल्लू चिढ़ार का रंग काला और मोटा है, जबकि मृतक गोरे रंग का है और दुबला पतला है. उसके पैर की दो उंगलियां चिपकी हुई हैं. कल्लू की उम्र 33 साल के लगभग है. मृतक की उम्र लगभग 25 साल है. इस पर सिलवानी पुलिस ने रात में ही गांव वालों से चर्चा शुरू कर दी. शुक्रवार को रात में ही शव को नगर के वार्ड 3 इंदिरा आवास कॉलोनी के मुक्तिधाम में दफना दिया गया. पुलिस की एक टीम को कल्लू चढ़ार की खोज करने भोपाल रवाना किया गया. रात को भोपाल के भानपुर करोंद के पास कल्लू चिढ़ार मिल गया. वह भोपाल-रायसेन के बीच चलती गाड़ी से गेट खोलकर कूद गया. इससे वह घायल हो गया.
Also Read: ये खबरें भी पढ़ें... |
दफनाया शव निकला सलमान: पुलिस ने जिस व्यक्ति को मुक्तिधाम में दफनाया था, उसकी पहचान सलमान खां 25 वर्ष निवासी करोंद भोपाल के रुप में हुई है. वह कल्लू चिढ़ार का परिचित था और भोपाल में प्राइवेट अस्पताल में काम करता था. उसके शव को शनिवार की रात में पुलिस ने नगर के वार्ड 3 इंदिरा आवास कॉलोनी के मुक्तिधाम में दफनाए शव को बाहर निकाला. उसके परिजनों को सौंपकर नगर के ईदगाह वाले कब्रिस्तान में सुपुर्द-ए- खाक किया गया. कर्ज, अवैध संबंध जैसे कई सवालों को सुलझाना पुलिस के लिए कड़ी चुनौती है.
सभी आरोपी को भेजा जेल: इस पूरे मामले में अभी तक जांच पर आरोपी कल्लू चढ़ार और आपराधिक साजिश में पत्नी प्रियंका चढ़ार, भाई दीनदयाल चढ़ार को गिरफ्तार किया गया. सभी आरोपियों को न्यायालय में पेश किया गया. अंधे हत्याकाण्ड में मृतक की पहचान और आरोपियों की गिरफ्तारी करने में एसडीओपी सिलवानी राजेश तिवारी के नेतृत्व में थाना प्रभारी भारतसिंह, उनि आरती धुर्वे, उनि संतोष सिंह दांगी और कई पुलिस सरहानीय भूमिका रही है. एसपी ने टीम को पुरस्कार देने की घोषणा की है.