रायसेन। इस लूट की झूठी कहानी में तीन किरदार हैं. एक खुद फरियादी और दो उसके दोस्त. दोनों दोस्त स्टूडेंट्स है ओर भोपाल के NRI कॉलेज में पढ़ते हैं. पुलिस ने तीनों आरोपियो को गिरफ्तार कर लिया है. मामले के अनुसार पुलिस ने बताया कि फरियादी शिवम मीणा के ऊपर काफी कर्ज था. शिवम ने ही अपने दो दोस्तों आयुष जैन और दीपक मीणा के साथ मिलकर लूट की कहानी रची. फरियादी ने दो दिन पहले दो बार 5-5 लाख रुपए बैंक से निकाले थे.
खुलासा! पीड़ित ने ही रची थी लूट की झूठी साजिश, पुलिस ने किया गिरफ्तार
बैंक से निकाले 10 लाख रुपए : घटना के दिन भी शिवम मीणा ने दस लाख रुपए निकाले थे. इसके बाद अपने दोस्तों आयुष जैन और दीपक मीणा के सहयोग से इस फर्जी लूट की घटना को अंजाम दिया. पुलिस ने CCTV कैमरे भी खंगाले और मिर्ची झोंककर हुई वारदात की गहराई से पड़ताल की. पुलिस को मामला संदिग्ध लगा. आईजी होशंगाबाद रेंज दीपिका सूरी ने मामले का खुलासा कर मीडिया को जानकारी दी. Bhopal Madideep loot, Complainant be accused, Robbery of 10 lakhs, False Robbery story, With two friends