रायसेन। जिले के सिलवानी में अनुविभागीय अधिकारी संजय उपाध्याय को अहिरवार समाज ने राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन सौंपा है. जिसमें मांग की गई है कि अविलंब संत रविदास का मंदिर उसी स्थान पर सरकारी खर्च से बनाया जाये, नहीं तो बड़ी संख्या में लोग धर्मांतरण कर लेंगे.
भारत में लाखों की तादात में ऐसे मंदिर बने हैं, जिनका राजस्व अभिलेखों में रिकॉर्ड दर्ज नहीं है. ऐसे में संत शिरोमणि रविदास जी महाराज का मंदिर अभिलेखों के रिकॉर्ड में बना है, उसे तोड़ा जाना करोड़ों रविदास समाज के अनुयायियों पर घोर अत्याचार है. ऐसे में इस समाज को हिंदू अनुयायियों और अन्य धर्मों की ओर जाने को इंगित करता है.
अहिरवार समाज संघ रायसेन जिला प्रशासन से अनुरोध करती है कि उसी स्थल पर शासकीय खर्च पर अभिलंब मंदिर बनाया जाए और सुनिश्चित करने की कृपा करें, अन्यथा समाज करोड़ों की तादात में अन्य धर्मों को अपनाने के लिए मजबूर होगा.