ETV Bharat / state

कलेक्ट्रेट परिसर में दम तोड़ता रामकिशोर! सालों से आश्वासन के सिवा नहीं मिला कोई दूसरा लाभ - पीड़ित को सालों से सिर्फ आश्वासन मिला

मध्य प्रदेश के पन्ना में रहने वाला रामकिशोर गंभीर बीमारी से ग्रसित है. लगभग पांच सालों से पीड़ित का इलाज चल रहा है और वह लगातार मदद की गुहार लगा रहा है. लेकिन हर जगह से उसे सिर्फ आश्वासन मिला, अंत में थक-हारकर वह कलेक्ट्रेट पहुंचा. लेकिन वहां से भी उसे निराशा ही हाथ लगी. कहने को सरकार द्वारा तमाम योजनाएं चलाई जा रही हैं, लेकिन जरूरतमंदों तक उसका लाभ न पहुंच पाना सिस्टम पर बड़ा सवाल है.

Ramkishore suffering serious illness stumbling
गंभीर बीमारी से ग्रस्त दर-दर की ठोकरें खा रहा पीड़ित रामकिशोर
author img

By

Published : Mar 16, 2022, 4:25 PM IST

पन्ना। पन्ना विधानसभा क्षेत्र के पहाड़ी खेरा की ग्राम पंचायत हरद्वाहि का रहने वाला रामकिशोर अहिरवार सिस्टम से थक हार कर कलेक्टर की दहलीज तक पहुंचा और आवेदन दिया. उसे उम्मीद थी कि कुछ मदद मिलेगी, लेकिन मदद के नाम पर कुछ ना मिला और वह हताश होकर परिवार सहित कलेक्ट्रेट परिसर में पेड़ के नीचे लेट गया. पीड़ित गंभीर बीमारी से ग्रसित है और तड़पता रहा, लेकिन कोई भी सहारा उसे नहीं मिला. परिवार की स्थिति इतनी खराब है कि कर्ज लेकर पीड़ित और उसका परिवार कलेक्ट्रेट पहुंचा.

दर-दर की ठोकर खा रहा पीड़ित

पीड़ित रामकिशोर को उम्मीद थी कि शायद कलेक्ट्रेट से कोई मदद मिलेगी, लेकिन वहां से भी उसे निराशा ही हाथ लगी. लगभग 5 साल से बीमार रामकिशोर का परिवार उसका इलाज पन्ना जिला अस्पताल से लेकर नजदीकी जिले सतना में भी करा चुका है. लेकिन पैसे की तंगी और सही मार्गदर्शन न मिलने के कारण परिवार दरबदर पीड़ित को लेकर भटक रहा है. अब सवाल खड़ा होता है ऐसे नेताओं पर, जो राजनीतिक मंचों से खड़े होकर गरीबों को सहायता देने की बात तो करते हैं. लेकिन जब जमीनी स्तर पर हकीकत उससे उलट ही है.

सरसों निकालते समय थ्रेसर की चपेट में आया मजदूर, धड़ से अलग हुआ सिर, दर्दनाक मौत

पन्ना। पन्ना विधानसभा क्षेत्र के पहाड़ी खेरा की ग्राम पंचायत हरद्वाहि का रहने वाला रामकिशोर अहिरवार सिस्टम से थक हार कर कलेक्टर की दहलीज तक पहुंचा और आवेदन दिया. उसे उम्मीद थी कि कुछ मदद मिलेगी, लेकिन मदद के नाम पर कुछ ना मिला और वह हताश होकर परिवार सहित कलेक्ट्रेट परिसर में पेड़ के नीचे लेट गया. पीड़ित गंभीर बीमारी से ग्रसित है और तड़पता रहा, लेकिन कोई भी सहारा उसे नहीं मिला. परिवार की स्थिति इतनी खराब है कि कर्ज लेकर पीड़ित और उसका परिवार कलेक्ट्रेट पहुंचा.

दर-दर की ठोकर खा रहा पीड़ित

पीड़ित रामकिशोर को उम्मीद थी कि शायद कलेक्ट्रेट से कोई मदद मिलेगी, लेकिन वहां से भी उसे निराशा ही हाथ लगी. लगभग 5 साल से बीमार रामकिशोर का परिवार उसका इलाज पन्ना जिला अस्पताल से लेकर नजदीकी जिले सतना में भी करा चुका है. लेकिन पैसे की तंगी और सही मार्गदर्शन न मिलने के कारण परिवार दरबदर पीड़ित को लेकर भटक रहा है. अब सवाल खड़ा होता है ऐसे नेताओं पर, जो राजनीतिक मंचों से खड़े होकर गरीबों को सहायता देने की बात तो करते हैं. लेकिन जब जमीनी स्तर पर हकीकत उससे उलट ही है.

सरसों निकालते समय थ्रेसर की चपेट में आया मजदूर, धड़ से अलग हुआ सिर, दर्दनाक मौत

ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.