पन्ना। आयुक्त सागर संभाग आनंद कुमार शर्मा ने पन्ना का दौरा करते हुए स्वास्थ्य विभाग एवं महिला बाल विकास विभाग में संचालित जन कल्याणकारी योजनाओं की समीक्षा बैठक ली. समीक्षा बैठक के दौरान उन्होंने दोनों ही विभाग के अधिकारी कर्मचारियों को आपसी समन्वय बनाकर कार्य करने की बात कही. इसके साथ ही उन्होंने विभिन्न योजनाओं की समीक्षा के दौरान निर्देश दिए की विभिन्न योजनाओं में शासन से जो राशि भुगतान की जाती है, वह संबंधित हितग्राही को समय पर उपलब्ध हो जानी चाहिए.
किशोर बालिकाओं और माताओं के स्वास्थ्य पर दें विशेष ध्यान
बैठक में उन्होंने शिशु मृत्यु दर, मातृ मृत्यु दर को रोकने, कुपोषण को मिटाने के लिए दोनों विभागों को किशोर बालिकाओं और माताओं के स्वास्थ्य पर ध्यान देने की बात कही. दोनों ही विभाग को गर्भवती महिलाओं पर मैदानी कर्मचारियों को सतत् निगरानी करने के आदेश दिए हैं, जिससे शिशु और मातृ मृत्यु दर में कमी आ सके. पन्ना में कलेक्टर द्वारा चलाए गए पोषण संजीवनी अभियान के संबंध में कमिश्नर सागर को विस्तार पूर्वक जानकारी देते हुए बताया कि इस अभियान के तहत 2800 बच्चों को चिन्हित किया गया था, जो अति कुपोषित थे. इन अति कुपोषित बच्चों को जनप्रतिनिधियों, समाजसेवी और अन्य लोगों के माध्यम से गोद दिला कर कुपोषण मुक्ति का कार्य किया गया.
50 प्रतिशत से अधिक बच्चे अति कुपोषित से हुए बाहर
कुपोषण बच्चों के परिवार को आर्थिक रूप से स्वावलंबी बनाने के लिए विभिन्न विभागों की कल्याणकारी योजनाओं से लाभान्वित कराया गया. जिले में 50 प्रतिशत से अधिक अति कुपोषित बच्चों की श्रेणी से बाहर होकर मध्यम श्रेणी में आ गए हैं. वहीं 880 बच्चे सामान्य श्रेणी में पहुंच चुके हैं. जिले में इस अभियान का द्वितीय चरण प्रारंभ कर दिया गया है.
गोद लेने वाले अभिभावकों में बना हुआ है उत्साह
गोद लेने वाले संजीवनी अभिभावकों में निरंतर उत्साह बना हुआ है, जिसकी कमिश्नर सागर ने तारीफ भी की. पत्रकारों के पूछे गए सवाल पर कहा कि जिला चिकित्सालय में लगातार डॉक्टरों, लैब टेक्निशियन की कमी है. इस पर जवाब देते हुए उन्होंने कहा कि शासन से लगातार जिला चिकित्सालय में डॉक्टरों की कमी दूर करने का प्रयास किया जा रहा है. इसके साथ ही कुपोषण के इस अभियान को अन्य जगहों पर भी चलाने की बात कही.