पन्ना। शहर के कई इलाके इन दिनों भीषण जल संकट की चपेट में हैं, आलम ये है कि लोगों को एक किलोमीटर दूर से पानी भरकर लाना पड़ता है. वो भी लीकेज से बहा पानी. इस दौरान लोग एक तरफ जल संकट से जूझ रहे हैं तो दूसरी ओर सोशल डिस्टेंसिंग का पालन नहीं होने से संक्रमण फैलने का खतरा भी बढ़ रहा है. बावजूद इसके प्रशासन पानी का इंतजाम करने के लिए कुछ भी नहीं कर रहा है.
लॉकडाउन में जहां काम धंधा बंद है, वहीं पानी की एक-एक बूंद भरने के लिए लोग परेशान हो रहे हैं. हालात ये हैं कि लोग दैनिक उपयोग के लिए साइकिल में डिब्बे बांधकर रोजाना काफी दूर से पानी लाते हैं. शहर के पहाड़ कोठी और खेजरा माता बस्ती में लोग दूर से पानी लाने को मजबूर हैं. ये पानी पहाड़ कोठी के पास लगे फिल्टर प्लांट से लीक होकर गड्ढों में इकट्ठा हो जाता है, जहां से पानी भरकर लोग ले जा रहे हैं. नगर पालिका जल संकट के लिए बिजली आपूर्ति को बाधक बता रहा है, जबकि जमीनी हकीकत कुछ और ही है.
शहर में जल संकट कोई नई बात नहीं है, जैसे ही गर्मी शुरु होती है, तालाबों में पानी कम होने से जल संकट की स्थिति निर्मित हो जाती है क्योंकि यहां एकमात्र पेयजल आपूर्ति का स्रोत पुराने जमाने का बना तालाब ही है. ये संकट और भी गंभीर हो चला है क्योंकि शहर में कोरोना पॉजिटिव मरीज मिलने से आधे शहर में कर्फ्यू है और आधे में जल संकट.