पन्ना। देश कोविड-19 महामारी के संकट से जूझ रहा है, जिसके चलते जिले भर में लॉकडाउन किया गया है, जबकि चेहरे पर मास्क और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करना जरूरी है. पन्ना कलेक्टर कर्मवीर शर्मा ने निर्देश जारी कर लोगों से इन नियमों का पालन करने की अपील की है, लेकिन कुछ सरकारी विभागों में कलेक्टर के निर्देश की खुलेआम धज्जियां उड़ाई जा रही हैं.
मामला पन्ना टाइगर रिजर्व का है, जहां बाघ अनुसंधान केंद्र के सभागार में एक कार्यशाला का आयोजन किया गया. जिसमें टाइगर रिजर्व के अधिकारी व कर्मचारी शामिल हुए, कार्यशाला में करीब 80 अधिकारी व कर्मचारी मौजूद रहे, जिन्हें वन प्राणियों की गणना के विषय में विस्तार से बताया गया. इस दौरान सभी लोग सोशल डिस्टेंसिंग को भूलकर एक-दूसरे के पास लगी कुर्सियों पर बैठे रहे.
साथ ही कुछ कर्मचारियों ने मास्क भी नहीं लगाए थे, जब शासन के कर्मचारी ही नियमों का उल्लंघन करेंगे तो आम लोगों से क्या उम्मीद की जाएगी, जबकि कार्यशाला में SDO से लेकर रेंजर तक मौजूद रहे, लेकिन किसी भी अधिकारी का इस ओर ध्यान नहीं गया. पुलिस सोशल डिस्टेंसिंग और मास्क नहीं लगाने वालों पर कार्रवाई कर रही है.
जिले भर में सैकड़ों मामले दर्ज किए गए हैं, जबकि पर्यावरण विशेषज्ञों का कहना है कि इस तरह की लापरवाही से वनकर्मियों के साथ वन्यजीवों पर भी खतरा मंडरा सकता है क्योंकि न्यूयॉर्क में एक टाइगर भी कोरोना पॉजिटिव पाया गया था. ऐसे में सोशल डिस्टेंसिंग का पालन न करना और मास्क न लगाना लोगों को खतरे में डाल सकता है.