पन्ना। जिले में लॉकडाउन 4.0 में लोगों को कुछ रियायतें दी गई हैं, जिसमें प्रवासी मजदूरों का आना जारी है. जिले में अब तक लगभग 45 हजार प्रवासी आ चुके हैं. सभी प्रवासियों को 14 दिन के होम क्वॉरेंटाइन पर भेजा गया है.
क्वॉरेंटाइन किए गए लोगों की निगरानी प्रशासन कर रहा है, लेकिन जिले में इस दावे की पोल खुलती नजर आ रही है. हकीकत यह है कि होम क्वॉरेंटाइन किए गए बड़ी संख्या में प्रवासी मजदूर परिवार के साथ मोहल्लों से लेकर बैंक, दुकानों और सार्वजनिक स्थलों पर खुलेआम घूम रहे हैं.
गांव के लोगों द्वारा बाहर घूमने से मना करने पर विवाद की स्थिति बन रही है. जिस बात का खुलासा विलघाड़ी गांव में कोरोना पॉजिटिव पाए गए 44 साल के एक मरीज के संबंध में किया है.
जिला पंचायत सीईओ ने ना सिर्फ जनपद पंचायत सीईओ को फटकार लगाई बल्कि पंचायत समन्वय अधिकारी दिलीप खरे और बिलघाड़ी पंचायत सचिव नारायण सिंह राजपूत को निलंबन का नोटिस थमाया है.
ईटीवी भारत द्वारा भी कई बार होम क्वॉरेंटाइन में लापरवाही के संबंध में प्रशासन को बार-बार अवगत कराया गया कि प्रवासी होम क्वॉरेंटाइन का पालन नहीं कर रहे हैं और सार्वजनिक स्थलों पर घूम रहे हैं.
ग्रामीणों के मना करने पर विवाद की स्थिति बन रही है, जिसको लेकर प्रशासन ने होम क्वॉरेंटाइन प्रवासियों का सख्ती से पालन का दावा किया था. लेकिन उन दावों की पोल तब खुल गई जब बिलघाड़ी ग्राम में पाए गए कोरोना पॉजिटिव युवक की कांटेक्ट हिस्ट्री तलाशी गई.
पूरे गुनौर क्षेत्र में ऐसे ही हालात
जिस तरह से बिलघाड़ी ग्राम में लापरवाही पाई गई है, इसी तरह की लापरवाही पूरे गुनौर क्षेत्र में देखने को मिल रही है. ग्रामीण क्षेत्रों में प्रवासी होम क्वॉरेंटाइन किए गए लोग जहां देखो वहां आपको देखने को मिल जाएंगे.
स्थानीय अमले द्वारा बरती जा रही लापरवाही आगामी दिनों में गंभीर परिणाम दे सकती है और प्रशासन द्वारा ध्यान देना बेहद जरूरी हो गया है.
व्यापक पैमाने पर गुनौर क्षेत्र में कोरोना फैलने की आशंका
पन्ना जिले के गुनौर घाट सिमरिया के बाद लगातार दूसरे दिन बिलघाड़ी ग्राम में दूसरा पॉजिटिव मरीज मिलने से पूरे क्षेत्र में दहशत का माहौल बना हुआ है. जहां जिले के कलेक्टर द्वारा लॉकडाउन 4.0 में कुछ रियायतें दी गई हैं.
जिनमें से कुछ दुकानदार अपनी दुकानें खोलकर जीवन यापन कर सकते हैं लेकिन गुनौर ब्लॉक में लगातार कोरोना मरीज मिलने से दुकानदारों और स्थानीय लोगों में भय का माहौल बना हुआ है. कुछ दुकानदार तो अपनी दुकाने बंद करके घर पर ही रह रहे हैं.