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सरकारी वादों की खुली पोल, दो महीनों से बिजली के लिए तरस रहे आदिवासी

पन्ना के पवई विकासखंड के अंतर्गत ग्राम पंचायत कढ़ना में पिछले दो महीने से आदिवासी गांवों में ग्रामीण बिजली के लिए तरस रहे हैं. कई शिकायतों के बावजूद भी अब तक कोई भी इनकी सुध लेने नहीं आया है. वहीं बिजली नहीं होने से ग्रामीणों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.

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बिजली के लिए तरस रहे आदिवासी
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Published : Jun 17, 2020, 3:39 PM IST

Updated : Jun 18, 2020, 6:15 PM IST

पन्ना। पवई विकासखंड के अंतर्गत ग्राम पंचायत कढ़ना और आसपास के गांव में पिछले दो महीनों से लोग बिजली के अभाव में जीने को मजबूर हैं. वैसे तो प्रदेश में अटल ज्योति योजना के तहत 24 घंटे बिजली देने का सरकार ने वादा किया था, लेकिन अब उस वादे की पोल खुलती नजर आ रही है. बिजली सप्लाई ठप होने से गांव में हाहाकार मचा हुआ है. कई बार शिकायत के बावजूद भी अब तक कोई इनकी सुध लेने नहीं आया है.


बता दें, गांव तक जो विद्युत लाइन गई है, उसमें कहीं न कहीं गड़बड़ी है, दो महीने से ज्यादा समय हो गया, इसके बाद भी अब तक ठीक नहीं किया गया है. विभागीय मनमानी से ग्रामीणों में आक्रोश व्याप्त है. भीषण और उमस भरी गर्मी से लोगों का दिन का सुकून और रात की नींद हराम हो गई है. बिजली न होने के कारण ग्रामीणों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है.

ये भी पढे़ं- पेट्रोल-डीजल के दाम बढ़ाने पर कांग्रेस ने किया प्रदर्शन, राज्यपाल के नाम सौंपा ज्ञापन

गांव में बिजली नहीं होने के कारण ग्रमीणों के कई किलोमीटर दूर पड़ोसी गांव में गेहूं पिसवाने के लिए जाना पड़ रहा है. उनके मोबाइल भी चार्ज नहीं हो पा रहे हैं, जिस वजह से उनका संपर्क उनके परिजनों से नहीं हो पा रहा है. इस भीषण गर्मी में बिजली के अभाव में उनके घर के पंखे भी बंद हैं, जिस कारण उनके छोटे-छोटे बच्चे ठीक से सो भी नहीं पा रहे हैं. रात में जंगली क्षेत्र होने के कारण अंधेरे में जंगली जानवरों, विषैले कीड़े-मकोड़ों का भय भी बना रहता है.

ये भी पढ़ें- बदहाल बिजली व्यवस्था उपभोक्ताओं के लिए बनी मुसीबत का सबब, अधिकारी नहीं दे रहे ध्यान

एक ओर जहां केंद्र और प्रदेश सरकार आदिवासियों के विकास के लिए सदैव तत्पर रहने के वादे करती है, वहीं पवई क्षेत्र का यह आदिवासी बहुल क्षेत्र में बिजली जैसी मूलभूत सुविधा नहीं होने की वजह से ग्रामीण परेशान हो रहे हैं.

बिजली के लिए तरस रहे आदिवासी

पन्ना। पवई विकासखंड के अंतर्गत ग्राम पंचायत कढ़ना और आसपास के गांव में पिछले दो महीनों से लोग बिजली के अभाव में जीने को मजबूर हैं. वैसे तो प्रदेश में अटल ज्योति योजना के तहत 24 घंटे बिजली देने का सरकार ने वादा किया था, लेकिन अब उस वादे की पोल खुलती नजर आ रही है. बिजली सप्लाई ठप होने से गांव में हाहाकार मचा हुआ है. कई बार शिकायत के बावजूद भी अब तक कोई इनकी सुध लेने नहीं आया है.


बता दें, गांव तक जो विद्युत लाइन गई है, उसमें कहीं न कहीं गड़बड़ी है, दो महीने से ज्यादा समय हो गया, इसके बाद भी अब तक ठीक नहीं किया गया है. विभागीय मनमानी से ग्रामीणों में आक्रोश व्याप्त है. भीषण और उमस भरी गर्मी से लोगों का दिन का सुकून और रात की नींद हराम हो गई है. बिजली न होने के कारण ग्रामीणों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है.

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गांव में बिजली नहीं होने के कारण ग्रमीणों के कई किलोमीटर दूर पड़ोसी गांव में गेहूं पिसवाने के लिए जाना पड़ रहा है. उनके मोबाइल भी चार्ज नहीं हो पा रहे हैं, जिस वजह से उनका संपर्क उनके परिजनों से नहीं हो पा रहा है. इस भीषण गर्मी में बिजली के अभाव में उनके घर के पंखे भी बंद हैं, जिस कारण उनके छोटे-छोटे बच्चे ठीक से सो भी नहीं पा रहे हैं. रात में जंगली क्षेत्र होने के कारण अंधेरे में जंगली जानवरों, विषैले कीड़े-मकोड़ों का भय भी बना रहता है.

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एक ओर जहां केंद्र और प्रदेश सरकार आदिवासियों के विकास के लिए सदैव तत्पर रहने के वादे करती है, वहीं पवई क्षेत्र का यह आदिवासी बहुल क्षेत्र में बिजली जैसी मूलभूत सुविधा नहीं होने की वजह से ग्रामीण परेशान हो रहे हैं.

बिजली के लिए तरस रहे आदिवासी
Last Updated : Jun 18, 2020, 6:15 PM IST
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