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यहां सर्दियों में भगवान को ओढ़ाई जाती है रजाई, 300 साल पुरानी परंपरा की खूबसूरत तस्वीर

पन्ना में 300 साल पुरानी परंपरा को आज भी निभाया जाता है. ऐसा माना जाता है कि भगवान जुगल किशोर को ठंड लगती है. इसलिए उनपर रजाई ओढ़ी जाती है.

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Published : Dec 20, 2019, 1:11 PM IST

Updated : Dec 20, 2019, 1:54 PM IST

Lord Jugal Kishore is quilted in cold
भगवान जुगल किशोर को ओढ़ाई जाती है रजाई

पन्ना। पवित्र नगरी पन्ना जहां की परंपरा बेहद खास है.यहां विश्व प्रसिद्ध अद्वितीय मंदिर है और इस मंदिर की अलग-अलग मान्यता है. ऐतिहासिक जुगल किशोर मंदिर में लगभग 300 साल पुरानी परंपरा चली आ रही है. यहां मान्यता है कि ठंड के मौसम में भगवान को भी ठंड लगती है. रात में आरती के समय भगवान जुगल किशोर और राधारानी को रजाई ओढ़ाई जाती है. इसके साथ ही भगवान को गर्म कपड़े भी पहनाए जाते हैं.

पुजारी अरविंद का कहना है कि रात को भगवान जुगल किशोर को गर्म कपड़े पहनाए जाते हैं. रात में श्रद्धालु झांकी के दर्शन करते हैं. बड़ी संख्या में श्रद्धालु दूर-दूर से आते हैं.

श्रद्धालु सुमिश्रा देवी का कहना है कि भगवान जुगल किशोर मंदिर में दर्शन करने के लिए आसपास के जिलों से भी बड़ी संख्या में श्रद्धालु आते हैं.

पन्ना। पवित्र नगरी पन्ना जहां की परंपरा बेहद खास है.यहां विश्व प्रसिद्ध अद्वितीय मंदिर है और इस मंदिर की अलग-अलग मान्यता है. ऐतिहासिक जुगल किशोर मंदिर में लगभग 300 साल पुरानी परंपरा चली आ रही है. यहां मान्यता है कि ठंड के मौसम में भगवान को भी ठंड लगती है. रात में आरती के समय भगवान जुगल किशोर और राधारानी को रजाई ओढ़ाई जाती है. इसके साथ ही भगवान को गर्म कपड़े भी पहनाए जाते हैं.

पुजारी अरविंद का कहना है कि रात को भगवान जुगल किशोर को गर्म कपड़े पहनाए जाते हैं. रात में श्रद्धालु झांकी के दर्शन करते हैं. बड़ी संख्या में श्रद्धालु दूर-दूर से आते हैं.

श्रद्धालु सुमिश्रा देवी का कहना है कि भगवान जुगल किशोर मंदिर में दर्शन करने के लिए आसपास के जिलों से भी बड़ी संख्या में श्रद्धालु आते हैं.

Intro:पन्ना।
एंकर:- पवित्र नगरी पन्ना के मंदिरों में निभाई जाने वाली परम्पराए बेहद खास है यहां विश्व प्रसिद्ध अद्वितिय मंदिर है और इन मंदिरों की अपनी अपनी एक अलग मान्यता है,,,,पन्ना के ऐतिहासिक श्री जुगल किशोर जी मंदिर में लगभग 300 वर्ष पुरानी परंपरा चली है रही है यहां मान्यता है कि ठंड के मौसम में भगवान श्री जुगल किशोर जी को भी ठंड लगती है और रात में ब्यारी ओर शयन आरती के समय भगवान जुगल किशोर और राधारानी को रजाई ओढाई जाती है इसके साथ ही भगवान को गर्म कपड़े भी पहनाये जाते है। ठंड में भगवान की पूरी दिनचर्या ही बदल जाती है ।

Body:भगवान जुगल किशोर जी मंदिर के पुजारी की माने तो ठंड में रात को ब्यारी ओर शयन आरती में भगवान जुगल किशोर को गर्म कपड़े पहनाये जाते है और रजाई उड़ाई जाती है। रात में श्रद्धालु भगवान के रजाई ओढे हुई झांकी के दर्शन करने के लिए दूर-दूर से आते है यह परंपरा 300 वर्षो से अधिक समय से चली आ रही है भगवान को ठंड से बचाने के लिए टोपा ओर मोजे भी पहनाये जाते है और राधारानी को ठंड से बचाने के लिए अलाव की व्यवस्था भी की जाती है।


Conclusion:भगवान के इस रूप के दर्शन करने के लिए पन्ना ही नहीं बल्कि आसपास के जिलों से भी भारी संख्या में श्रद्धालु आते हैं साथ ही भगवान से अपनी मुरादें मांग कर खुशी खुशी वापस जाते हैं श्रद्धालुओं का कहना है कि श्री जुगल किशोर जी मंदिर में भगवान से जो भी मंगा जाता है वह पूरा होता है और पन्ना को भगवान जुगल किशोर जी की नगरी के नाम से जाना जाता है।
बाइट:- 1 अरविंद (पुजारी श्री जुगल किशोर जी मंदिर पन्ना)
बाईट:- 2 सुमिश्रा देवी (श्रद्धालु)
Last Updated : Dec 20, 2019, 1:54 PM IST
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