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'लॉकडाउन में लॉक हुए भगवान' इतिहास में पहली बार मंदिरों में लगा ताला

लॉकडाउन की वजह से मंदिर बंद होने की कारण वहां पूजा करने वाले पुजारियों की भी आर्थिक हालत खराब हो गई है आपको बता दें कि, पहले प्रतिदिन सैकड़ों की संख्या में भक्त मंदिर में भगवान के दर्शन करने के लिए आते थे और दान चढ़ाया करते थे, जिससे इन पुजारियों की रोजी- रोटी भी चलती थी.

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Published : May 23, 2020, 5:04 PM IST

Updated : May 24, 2020, 4:25 PM IST

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इतिहास में पहली बार मंदिरों में लगा ताला

पन्ना। जिले को मंदिरों की नगरी के नाम से जाना जाता है, यहां कई ऐतिहासिक और विश्व के आदित्य मंदिर हैं, जिनमें जुगल किशोर जी श्री बलदेव जी मंदिर, श्री गोविंद जी मंदिर, श्री राम जानकी मंदिर और श्री प्राणनाथ जी मंदिर मुख्य रूप से हैं ,इतिहास में पहली बार ऐसा हुआ है, जब 2 माह से भी अधिक समय इन मंदिरों में ताला लगा रहा और भक्तों को गेट के बाहर से ही भगवान के दर्शन करने पढ़े.

इतिहास में पहली बार मंदिरों में लगा ताला

लॉकडाउन की वजह से मंदिर बंद होने की कारण वहां पूजा करने वाले पुजारियों की भी आर्थिक हालत खराब हो गई है, आपको बता दें कि, पहले प्रतिदिन सैकड़ों की संख्या में भक्त मंदिर में अपने भगवान के दर्शन करने के लिए आते थे और दान चढ़ाया करते थे, जिससे पुजारियों की रोजी- रोटी भी चलती थी. इसके साथ ही पंडितों के द्वारा शादी विवाह जैसे अन्य कार्यक्रम भी करवाए जाते थे, जिसमें उन्हें दान मिलता था. लेकिन लॉकडाउन की वजह से मंदिरों में भी ताला लगा है और शादी विवाह भी बंद है, जिस वजह से पुजारियों और पंडितों की आर्थिक हालत काफी खराब हो गई है.

Locked in temples for the first time in history
इतिहास में पहली बार मंदिरों में लगा ताला

श्रद्धालुओं का भी कहना है कि, गेट के बाहर से भगवान के दर्शन करने में उतना आनंद नहीं आता है और अब मंदिरों में लोग भी बहुत कम संख्या में आते हैं और बाहर से ही दर्शन करके चले जाते हैं, मंदिर के पुजारियों की मानें तो उनको मानदेय भी नहीं मिल रहा है और श्रद्धालुओं के द्वारा किए जाने वाले दान भी नहीं हो रहे हैं, जिस वजह से उन्हें काफी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है.

पन्ना। जिले को मंदिरों की नगरी के नाम से जाना जाता है, यहां कई ऐतिहासिक और विश्व के आदित्य मंदिर हैं, जिनमें जुगल किशोर जी श्री बलदेव जी मंदिर, श्री गोविंद जी मंदिर, श्री राम जानकी मंदिर और श्री प्राणनाथ जी मंदिर मुख्य रूप से हैं ,इतिहास में पहली बार ऐसा हुआ है, जब 2 माह से भी अधिक समय इन मंदिरों में ताला लगा रहा और भक्तों को गेट के बाहर से ही भगवान के दर्शन करने पढ़े.

इतिहास में पहली बार मंदिरों में लगा ताला

लॉकडाउन की वजह से मंदिर बंद होने की कारण वहां पूजा करने वाले पुजारियों की भी आर्थिक हालत खराब हो गई है, आपको बता दें कि, पहले प्रतिदिन सैकड़ों की संख्या में भक्त मंदिर में अपने भगवान के दर्शन करने के लिए आते थे और दान चढ़ाया करते थे, जिससे पुजारियों की रोजी- रोटी भी चलती थी. इसके साथ ही पंडितों के द्वारा शादी विवाह जैसे अन्य कार्यक्रम भी करवाए जाते थे, जिसमें उन्हें दान मिलता था. लेकिन लॉकडाउन की वजह से मंदिरों में भी ताला लगा है और शादी विवाह भी बंद है, जिस वजह से पुजारियों और पंडितों की आर्थिक हालत काफी खराब हो गई है.

Locked in temples for the first time in history
इतिहास में पहली बार मंदिरों में लगा ताला

श्रद्धालुओं का भी कहना है कि, गेट के बाहर से भगवान के दर्शन करने में उतना आनंद नहीं आता है और अब मंदिरों में लोग भी बहुत कम संख्या में आते हैं और बाहर से ही दर्शन करके चले जाते हैं, मंदिर के पुजारियों की मानें तो उनको मानदेय भी नहीं मिल रहा है और श्रद्धालुओं के द्वारा किए जाने वाले दान भी नहीं हो रहे हैं, जिस वजह से उन्हें काफी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है.

Last Updated : May 24, 2020, 4:25 PM IST
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