पन्ना। लॉकडाउन के बाद घर वापसी कर रहे मजदूरों को तरह-तरतह की समसस्याओं का सामना करना पड़ रहा है. ऐेसे में जिले में बना कंट्रोल रूम कई मजदूरों को सहारा बना है. कंट्रोल रूम द्वारा जारी किए गए नंबरों पर कॉल करने वाले मजदूरों को मदद दी जा रही है.
हेल्पलाइन नंबरों और प्रशासनिक अधिकारियों के मोबाईल नंबरों पर मजदूर संपर्क करने के बाद मदद मांग रहे हैं. जिसके बाद उन मजदूरों की घर वापसी कराई जा रही है. अब तक जिले में ऐसे 5 सौ से अधिक मजदूरों को वापस लाया जा चुका जिन्होंने कंट्रोल रूप द्वारा जारी किए गए नबंरों पर फोन लगाया और मदद मांगी.
हेल्पलाइन नंबरों पर संपर्क कर मदद मांगने वाले राजस्थान के अजमेर में फंसे पन्ना के मजदूरों को घर वापस लाया गया है. जिले के पवई, अमानगंज और गुनौर के 527 प्रवासी श्रमिकों को जिला प्रशासन द्वरा अजमेर की पत्रकार कॉलोनी से 10 बसों के जरिये 17 मई को वापस लाया गया है.
लॉकडाउन की वजह से दूसरे राज्यों में फंसे प्रवासी श्रमिकों को कई समस्याओं से जूझते देख कर शासन-प्रशासन द्वारा श्रमिकों को सुरक्षित घर पहुंचाने का प्रयास शुरू किया गया है. बाहर फंसे श्रमिकों की मदद के लिये कंट्रोल रूम भी स्थापित किया गया है. जहां श्रमिकों की समस्या की सूचना पर प्रशासन द्वारा सहायता की जा रही है.
सोशल मीडिया पर बीते समय की समस्या की खबरें वायरल होने पर कुछ श्रमिक भ्रमित और डर रहे हैं. जिसे देखते हुए ये कदम उठाया गया है. इस मौके पर पन्ना के स्वास्थ विभाग व पुलिस विभाग के अधिकारी कर्मचारी मौजूद रहे. सभी प्रवासी श्रमिकों को स्क्रीनिंग और भोजन के बाद होम क्वारंटाइन रहने की सलाह देकर घर रवाना किया गया.