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कुपोषित बच्चों पर दिखने लगा पेंटिंग्स का असर, वजन बढ़ाने में हो रहा मददगार साबित

पन्ना के पोषण पुनर्वास केंद्र में कुपोषित बच्चों को गुडफील कराने के लिए चित्रकारी की गई है. जिसका असर बच्चों पर होने लगा है. सुंदर पेंटिंग को देख बच्चे ज्यादा खाना खाते हैं. जिससे उनका वजन तेजी से बढ़ रहा है.

Malnourished children are affected by painting
कुपोषित बच्चों हो रहा है पेंटिंग का असर
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Published : Jan 15, 2020, 8:02 PM IST

Updated : Jan 15, 2020, 9:37 PM IST

पन्ना। जिला कुपोषण के क्षेत्र में पहले नंबर पर आता है. पन्ना जिले से कुपोषण का कलंक मिटाने के लिए कई प्रकार के प्रयास किए जा रहे हैं. प्रशासन कुपोषित बच्चों को चिन्हित कर गोद लेने का काम कर रही है. इसके साथ ही जैसे ही यह बात दिल्ली और मुंबई जैसे महानगरों तक पहुंची. वहां से पेंटर्स और वॉलिंटियर्स पन्ना आए. जिन्होंने कुपोषित बच्चों को गुडफील कराने के लिए एक अनोखी पहल शुरू की है. वॉलिंटियर्स ने निशुल्क पोषण पुनर्वास केंद्र में तरह-तरह की चित्रकारी की है.

कुपोषित बच्चों हो रहा है पेंटिंग का असर


बच्चों और उनकी माताओं को गुडफील कराने के लिए की गई, यह पेंटिंग अब अपना असर दिखाने लगी हैं. देखा जा रहा है कि पोषण पुनर्वास केंद्र में भर्ती कुपोषित बच्चे और उनकी माताएं इन पेंटिंग को देखकर काफी आकर्षित हो रही हैं. इतना ही नहीं इन पेंटिंग्स को देखकर बच्चे भी काफी खुश हो रहे है.


पोषण पुनर्वास केंद्र की पोशाक प्रशिक्षक रश्मि त्रिपाठी ने बताया कि बच्चे कई बार खेल खेल में खूबसूरत चित्रकारी को देखकर अधिक भोजन कर लेते हैं और उन्हें जब अच्छा अनुभव होता है. तो उनका वजन भी तेजी से बढ़ता है. यही सोच इस चित्रकारी को आगे बढ़ने और वार्ड को सुंदर सजाने में मददगार साबित हो रही है. वहीं सिविल सर्जन का कहना है कि दिल्ली मुंबई से जो वॉलिंटियर्स आए हैं उनके द्वारा खूबसूरत पेंटिंग की गई है. निश्चित ही यहां भर्ती होने वाले बच्चों को अच्छा अनुभव हो रहा है.

पन्ना। जिला कुपोषण के क्षेत्र में पहले नंबर पर आता है. पन्ना जिले से कुपोषण का कलंक मिटाने के लिए कई प्रकार के प्रयास किए जा रहे हैं. प्रशासन कुपोषित बच्चों को चिन्हित कर गोद लेने का काम कर रही है. इसके साथ ही जैसे ही यह बात दिल्ली और मुंबई जैसे महानगरों तक पहुंची. वहां से पेंटर्स और वॉलिंटियर्स पन्ना आए. जिन्होंने कुपोषित बच्चों को गुडफील कराने के लिए एक अनोखी पहल शुरू की है. वॉलिंटियर्स ने निशुल्क पोषण पुनर्वास केंद्र में तरह-तरह की चित्रकारी की है.

कुपोषित बच्चों हो रहा है पेंटिंग का असर


बच्चों और उनकी माताओं को गुडफील कराने के लिए की गई, यह पेंटिंग अब अपना असर दिखाने लगी हैं. देखा जा रहा है कि पोषण पुनर्वास केंद्र में भर्ती कुपोषित बच्चे और उनकी माताएं इन पेंटिंग को देखकर काफी आकर्षित हो रही हैं. इतना ही नहीं इन पेंटिंग्स को देखकर बच्चे भी काफी खुश हो रहे है.


पोषण पुनर्वास केंद्र की पोशाक प्रशिक्षक रश्मि त्रिपाठी ने बताया कि बच्चे कई बार खेल खेल में खूबसूरत चित्रकारी को देखकर अधिक भोजन कर लेते हैं और उन्हें जब अच्छा अनुभव होता है. तो उनका वजन भी तेजी से बढ़ता है. यही सोच इस चित्रकारी को आगे बढ़ने और वार्ड को सुंदर सजाने में मददगार साबित हो रही है. वहीं सिविल सर्जन का कहना है कि दिल्ली मुंबई से जो वॉलिंटियर्स आए हैं उनके द्वारा खूबसूरत पेंटिंग की गई है. निश्चित ही यहां भर्ती होने वाले बच्चों को अच्छा अनुभव हो रहा है.

Intro:पन्ना।
एंकर :- पन्ना जिला जोकि मध्य प्रदेश में कुपोषण के क्षेत्र में सबसे पहले नंबर पर आता है पन्ना जिले से कुपोषण का कलंक मिटाने के लिए कई प्रकार के प्रयास किए जा रहे हैं अभी प्रशासन के द्वारा बच्चों को चिन्हित कर गोद लेने की प्रक्रिया की जा रही थी जिसके बाद यह बात दिल्ली और मुंबई जैसे महानगरों तक पहुंची और वहां से पेंटर्स और वॉलिंटियर्स पन्ना आए जिन्होंने कुपोषित बच्चों को गुडफील कराने के लिए एक अनोखी पहल शुरू की थी और निशुल्क रूप से पोषण पुनर्वास केंद्र पन्ना में तरह-तरह की चित्रकारी की।


Body:बच्चों और उनकी माताओं को गुडफील कराने के लिए की गई यह पेंटिंग अब अपना असर दिखाने लगी हैं देखा जा रहा है कि पोषण पुनर्वास केंद्र में भर्ती कुपोषित बच्चे और उनकी माताएं इन पेंटिंग को देखकर काफी आकर्षित हो रही हैं इतना ही नहीं इन पेंटिंग्स को देखकर बच्चे काफी खुश भी हो रहे हैं और जहां अस्पताल का नाम सुनकर बच्चे और उनकी माताएं निराश हो जाया करती थी वह अब काफी खुश नजर आ रही हैं।


Conclusion:पोषण पुनर्वास केंद्र की पोशाक प्रशिक्षक रश्मि त्रिपाठी ने बताया कि बच्चे कई बार खेल खेल में और खूबसूरत चित्रकारी को देखकर अधिक भोजन कर लेते हैं और उन्हें जब अच्छा अनुभव होता है तो उनका वजन भी तेजी से बढ़ता है यही सोच इस चित्रकारी को आगे बढ़ने और वार्ड को सुंदर सजाने में मददगार साबित हो रही है वहीं सिविल सर्जन का कहना है कि दिल्ली मुंबई से जो वॉलिंटियर्स आए हैं उनके द्वारा खूबसूरत पेंटिंग की गई है निश्चित ही यहां भर्ती होने वाले बच्चों को अच्छा अनुभव हो रहा है जिस कारण से कुपोषण बच्चों को जिन्हें 14 दिन एनआरसी में रखा जाता है काफी अच्छा अनुभव होगा और उनका वजन तेजी से बढ़ेगा। हमारा प्रयास है कि हम पन्ना की एनआरसी को मध्यप्रदेश की सबसे सुंदर एनआरसी बनाये।
बाईट :- 1 रश्मि त्रिपाठी (प्रशिक्षक पोषण पुनर्वास केंद्र)
बाईट :- 2 आर.के. त्रिपाठी (सिविल सर्जन पन्ना)
Last Updated : Jan 15, 2020, 9:37 PM IST
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