पन्ना: मध्यप्रदेश में लोग किस कदर परेशान हैं ये हर मंगलवार को जनसुनवाई में दिखता है. जनसुनवाई शुरु करने के पीछे सरकार की मंशा थी कि गरीब-परेशान और अंतिम छोर के व्यक्तियों की समस्याओं का तत्काल निराकरण किया जा सके, ताकि पीड़ित व्यक्तियों को इधर से उधर ऑफिसों के चक्कर न काटने पड़े. लेकिन लगता है जैसे जनसुनवाई महज एक औपचारिकता और मजाक बन कर रह गई हो.
विधवा महिला ने जनसुनवाई में खाया जहर
ऐसा हम इसलिए कह रहे हैं. क्योंकि पन्ना में कई बार आवेदन देने के बाद भी लोगों की समस्याओं का समाधान नही हो रहा है. कुछ ऐसा ही देखने को मिला सिमरिया थाना अंतर्गत आने वाले ग्राम महाराजपुर से, जहां जमीनी विवाद का निराकरण न होने के चलते एक 60 वर्षीय महिला ने अपने घर में जहर खा लिया. महिला की हालत बिगड़ती देख परिजन उसे तत्काल पवई सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ले गए जहां उसकी हालत नाजुक होने की वजह से डॉक्टरों ने उसे पन्ना जिला चिकित्सालय के लिए रेफर कर दिया. पन्ना जिला चिकित्सालय में महिला का उपचार जारी है.
बुजुर्ग की शिकायत पर नहीं हुई कार्रवाई
पीड़ित महिला और उनके परिजनों की माने तो परिवार में ही जमीन को लेकर उनका विवाद चल रहा है. पीड़िता के पति की मौत हो चुकी है. और उसके जेठ और उनके बच्चों के द्वारा फर्जी तरीके से उनकी जमीन बेचने की कोशिश की जा रही है. जिसकी उसने और उसके बेटे ने कई बार सिमरिया, पवई और पन्ना में जनसुनवाई के दौरान शिकायत भी की, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई. जिसके चलते परेशान होकर महिला ने अपने घर के में जहर खाकर आत्महत्या करने की कोशिश की. वही जिम्मेदार अधिकारी इस मामले में कुछ भी बोलने से कतरा रहे हैं.