पन्ना। जिले के बहुचर्चित नगर परिषद अमानगंज पर विकास के नाम पर भ्रष्टाचार का खेल काफी लंबे समय से चल रहा है. इस खेल में नगर परिषद के बड़े-बड़े भ्रष्टाचारियों ने खेल खेलकर कई करोड़ के बजट पर चूना लगाते हुए कमीशन खोरी के आगोश में झोंक दिया. वहीं जब चुनाव नजदीक आ गए हैं तब नगर परिषद अमानगंज की जनता नगर परिषद के अध्यक्ष , सीएमओ और इंजीनियर पर भ्रष्टाचार के आरोप लगा रहे हैं.
भ्रष्टाचार में उलझी साइड सेवर की निर्माण राशि
नगर परिषद अमानगंज के बीच शहर के बीचो-बीच से गुजरती पन्ना कटनी राष्ट्रीय राजमार्ग में मुख्य सड़क के दोनों तरफ, थाना अमानगंज से लेकर सिमरिया चौराहा तक बनने वाले साइड सेवर का निर्माण जिन ईटों से कराया जा रहा है. उसकी पिचिंग का कार्य बिना किसी सपोर्ट के घटिया किस्म की सीमेंट की ईंटों के दम पर कराया जा रहा है.
पुलिस थाना अमानगंज से लेकर सरस्वती स्कूल व सिमरिया चौराहा तक घटिया किस्म का निर्माण काम कराया जा रहा है. वहीं अगर ईटों की गुणवत्ता की जांच की जाए तो कमीशन खोरी की दम पर उपकृत करने के लिए खरीद कर लगाई जा रही है, जो बनते ही जमीन पर धसती और टूटती जा रही है.
संदेह के घेरे में साइड सेवर की चौड़ाई
मौके पर नगर परिषद के निवासियों ने मीडिया कर्मियों से चर्चा के दौरान कहा कि, साइड सेवर की जितनी लंबाई और चौड़ाई होनी चाहिए, वह नहीं की गई है. बल्कि उसकी निर्धारित क्षेत्रफल से छेड़खानी कर कम लंबाई और चौड़ाई में साइड सेवर घटिया किस्म के बनाए जा रहे हैं. साइड सेवर बनते ही जमीन पर धसती व टूटती जा रही है, इतना ही नहीं सड़क से साइड से इतने नीचे धंस चुके हैं, कि रोड में क्रॉसिंग करते वक्त दो पहिया, चार पहिया वाहन सड़क में नहीं चल पा रहे हैं, जिससे आए दिन अमानगंज क्षेत्र में घटनाएं घट रही हैं.
गौरतलब है कि पन्ना जिले की बहुचर्चित नगर परिषद अमानगंज भ्रष्टाचार के कारनामों को लेकर आए दिन सुर्खियों में रहती हैं. अगर नगर परिषद में 5 वर्षो में हुए व्यापक भ्रष्टाचार की जांच की जाए, तो सबसे ज्यादा भ्रष्टाचार नगर परिषद अमानगंज में देखने को मिलेंगे.
इन बिंदुओं पर होनी चाहिए जांच
नगर के अंदर पेयजल सप्लाई, पाइपलाइन सप्लाई, स्टार्टर मोटर खरीदी स्वच्छता अभियान के नाम पर वाहन खरीदी घटिया किस्म के डस्टबिन खरीदी और कागजों में हर वार्ड में डस्टबिन रखने की व्यवस्था सिर्फ कागजों तक ही सीमित है. वहीं कर्मचारियों की भर्ती में भी व्यापक स्तर पर धांधली की गई, इतना ही नहीं सबसे बड़ा भ्रष्टाचार तो अपनी चुनावी वैतरणी पार करने के लिए नगर परिषद की अध्यक्ष ने कमीशन खोरी की दम पर अपात्रों और चहेतों, सगे संबंधियों को लाभ पहुंचाकर शासन की राशि को रेवड़ी की तरह बांट दिया गया.
अगर स्वच्छता की बात की जाए तो नगर परिषद के अंदर कूड़े का अंबार लगा हुआ है, नगर परिषद अमानगंज के वार्डों में नालियां बदबू मार रही हैं, जिससे आए दिन लोग बीमार हो रहे हैं. वहीं अगर जनता अध्यक्ष से बात करना चाहे तो नगर परिषद के अध्यक्ष नगर परिषद से गायब रहते है, और अगर कोई फोन लगाए, तो ऑफिस में नहीं होना बताया जाता है.
नहीं देता कोई भी जवाब
एसएस तिवारी सीएमओ अमानगंज ने कहा कि उन्होंने अभी कार्यभार संभाला है और उन्हें इस संबध में जानकारी नहीं है, उन्होंने कहा कि निर्माण कार्य इंजीनियर साहब बागरी करा रहे हैं जिनसे बात कर ले.