पन्ना। एक ओर जहां मध्य प्रदेश में कोरोना वायरस के हॉटस्पॉट बने जिलों को सील किया जा रहा है. तो वहीं दूसरे जिलों में रह रहे लोग अपने गृह जिले में जाने की कोशिश कर रहे हैं. जो कि बाहर से आया हुआ सदस्य परिवार के लिए खतरा बन सकता है. जिसको लेकर लेकर प्रशासन भी ढील दे रहा है. जहां एक एंबुलेंस इंदौर से बिना पास के 6 लोगों को लेकर रास्ते में पड़ने वाले सभी जिलों के चेक पोस्ट पर प्रशासन को झांसा देते हुए अमानगंज आ पहुंची, जिसे कहीं भी चेक नहीं किया.
थाना प्रभारी राकेश तिवारी ने बताया कि एक एम्बुलेंस गाड़ी जो दमोह बॉर्डर से पन्ना की ओर आ रही थी. जिसकी सूचना दमोह प्रशासन ने अमानगंज प्रशासन को दी. जिस पर अमानगंज थाना प्रभारी राकेश तिवारी और तहसीलदार अवन्तिका तिवारी ने एंबुलेंस को चेक करने चेक पोस्ट पर कड़ी निगरानी रखने के लिए टीम गठित की गई और करीब सुबह 4 बजे इंदौर से आने वाली एम्बुलेंस गाड़ी के लोगों से पूछताछ की.
पूछताछ में बताया गया कि गाड़ी में मरीज हैं जो रामपुर का है जिसे छोड़ने जा रहे हैं. तब थाना प्रभारी द्वारा कागजात और आने की परमिशन सक्षम अधिकारी का बनाया हुआ पास मांगा तब गाड़ी में सवार लोग और गाड़ी चालक के पास कागजात नहीं थे, ना ही कोई मरीज था. जिस पर थाना प्रभारी अमानगंज ने गाड़ी को जब्त कर लिया. आमानगंज तहसीलदार ने सवार व्यक्तियों को रामपुर में क्वॉरेंटाइन में रखा गया है. साथ ही डॉक्टर आशीष तिवारी द्वारा इनकी जांच और स्क्रीनिंग की गई और धारा 188 की कार्रवाई तय की गई.