नीमच। मुश्किल स्थिति में बिना बुनियादी सुविधाओं के भी जीवन गुजारना संभव है, लेकिन पानी के बगैर जीवन की कल्पना भी बेमानी है. गर्मी शुरू होते ही फिर जमीन का गला सूख रहा. शहरों से लेकर गांवों तक पानी की कमी का असर भी दिखने लगा है. कई इलाकों में जलसंकट शुरू हो गया है. जिले में इस बार औसत से भी कम बारिश होने के चलते जिले में अभी से ही जल संकट गहराने लगा है. जिसके चलते जलसंकट की सबसे ज्यादा शिकायतें जनसुनवाई में आ रही है.
- पेयजल की समस्या, कलेक्टर को कराया अवगत
मंगलवार को कलेक्ट्रेट में जनसुनवाई के दौरान कुकड़ेश्वर नगर प्रेस क्लब के पदाधिकारियों का एक प्रतिनिधि मंडल पेयजल की समस्या को लेकर कलेक्टर से मिला. प्रेस क्लब प्रतिनिधि मंडल ने एक शिकायती आवेदन देकर नगर में आ रही पेयजल की समस्या को लेकर अपनी चिंता व्यक्त की. दरअसल कुकड़ेश्वर नगर में करीब 10 से 12 दिनों में पानी की सप्लाई हो रही हैं, जिसके कारण आमजन काफी परेशान है. प्रेस क्लब के पदाधिकारियों का कहना है कि प्रशासन इस ओर जल्द से जल्द ध्यान दें और पेयजल के संकट से निजात दिलाएं.
पन्ना: मुडवारी में गहराया पेय जलसंकट, बूंद-बूंद के लिए तरह रहे ग्रामीण
- सबसे ज्यादा मूलभूत सुविधा व जल संकट की शिकायतें
नई आबादी पिपलियाहाडा के ग्रामीण मंगलवार को कलेक्टर कार्यालय जनसुनवाई में पहुंचे. कलेक्टर मयंक अग्रवाल को गांव की मूलभूत समस्याओं से अवगत भी कराया.
ग्रामीणों ने कलेक्टर को सौंपे गए आवेदन ने बताया कि गांव में पिपलियाहाडा तक रोड का कार्य चल रहा है. लेकिन हमारे रहवासी क्षेत्र नई आबादी में भी रोड बनाए जाना चाहिए. जिससे ग्रामीणों को आने जाने में किसी भी प्रकार की समस्या ना उठानी पड़े. इसके साथ ही नई आबादी रोड़ की पुलिया भी बनाई जानी चाहिए. ग्रामीणों का कहना है कि गांव में पेयजल की पूर्ण सुविधा है.