नीमच। स्कूल राज्य शिक्षा मंत्री इंदर सिंह परमार सांसद खेल महोत्सव के समापन कार्यक्रम में शामिल होने के लिए नीमच पहुंचे. इस दौरान उन्होंने मीडिया से चर्चा की और कहा कि मदरसे को बच्चों को शिक्षा से जोड़ना मूल उद्देश्य है. इसके लिए जल्दी मदरसों का सर्वे होगा. इस दौरान वे जावद विधानसभा क्षेत्र में भी पहुंचे जहां उन्होंने मंत्री ओमप्रकाश सकलेचा के साथ सरकारी स्कूलों का निरीक्षण किया. उन्होंने कहा कि डिजिटल शिक्षा के क्षेत्र में जावद विधानसभा क्षेत्र में काफी सराहनीय कार्य हुए हैं. जावद के शिक्षा के मॉडल को प्रदेश के विद्यालयों में अपनाने का प्रयास किया जाएगा.
सभी बच्चों को शिक्षा से जोड़ेंगे : स्कूल शिक्षा राज्यमंत्री इंदरसिंह परमार ने कहा कि जितने बच्चे पैदा हो रहे हैं, उनकी कुल संख्या तथा स्कूलों में दर्ज संख्या में बड़ा अंतर है. इस कारण मदरसों का पंजीयन जरूरी किया जा रहा है. मदरसों का सर्वे शुरू हो चुका है, इस काम को जल्द पूरा कर लिया जाएगा. इसमें यह भी पता लगाया जाएगा कि पंजीकृत मदरसों के बच्चे शिक्षा से वंचित तो नहीं हैं. कई बच्चे मदरसों से सीधे घर चले जाते हैं, वे किसी स्कूल में नहीं जाते. ऐसे में अधिकाधिक बच्चों को शिक्षा से जोड़ने का हमारा प्रयास है. मदरसों का पंजीयन अनिवार्य किया जाएगा.
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जावद के शिक्षा मॉडल की तारीफ : स्कूल शिक्षा मंत्री इंदर सिंह परमार ने जावद क्षेत्र में जापानी लैंग्वेज की शिक्षा एवं डिजिटल शिक्षा के क्षेत्र में हुए नवाचार की सराहना करते हुए कहा कि नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति के तहत छात्र-छात्राओं को सभी भारतीय भाषाओं की शिक्षा प्रदान करने की व्यवस्था की जाएगी. उन्होंने कहा कि जावद क्षेत्र के सरवानिया महाराज एवं रतनगढ़ में इस साल दो नए सीएम राइज स्कूल प्रारंभ किए जाएंगे. स्कूल शिक्षा राज्य मंत्री परमार कहा कि प्रदेश में अब तक शिक्षकों के 42 हजार पदों पर नई नियुक्तियां की गई. सितंबर माह तक 20 हजार और नए शिक्षकों की पदस्थापना की जाएगी.