नीमच। कोरोना संकट में लोग किसी भी परेशानी की हरसंभव मदद करने की कोशिश कर रहे हैं. कुछ लोग ऐसे भी हैं जो किसी की मदद करने के लिए अपनी हदों से आगे जाकर काम कर रहे हैं. ऐसे ही हैं नीमच के मनासा के रहने वाले जगदीश जटिया. वेल्डिंग की दुकान चलाने वाले जगदीश ने कोरोना संक्रमितों की मदद के लिए अपनी रोजी-रोटी के साधन गैस सिलेंडर तक को दान दे दिया.
सिलेंडर देने से बंद हुई दुकान
मनासा मे प्रशासन ने कोविड सेंटर बनाने के लिए गैस वेल्डिंग की दुकान चलाने वाले दुकानदारों से सिलेंडर देने की मांग की थी. कई दुकानदारों ने सिलेंडर देने से इसलिए मना कर दिया क्योंकि इसी से उनकी रोजी-रोटी चलती है. प्रशासन की टीम जब जगदीश के पास पहुंची और उनसे सिलेंडर की मांग करते हुए बताया कि इसका इस्तेमाल मरीजों को ऑक्सीजन देने में होगा. ये जानकर जगदीश ने बिना सोचे समझे अपना सिलेंडर प्रशासन की टीम को हवाले कर दिया.
मेरी मदद से किसी की जान बचेगी
जगदीश 1500 रुपए महीने के किराए के मकान में रहते हैं. जगदीश वेल्डिंग की दुकान चलाकर और उनकी पत्नी मजदूरी करके घर का खर्चा चलाती है. आर्थिक स्थिति ठीक न होने के बाद भी मानव सेवा के लिए जगदीश ने प्रशासन को अपना सिलेंडर सौंप दिया. जगदीश का कहना है कि अगर सिलेंडर से किसी की जान बच जाती है तो मेरा जीवन सार्थक है.
प्रशासन ने की बाद में की आर्थिक मदद
जगदीश की इस पहल की शहर के एसडीएम मनीष कुमार जैन ने भी तारीफ की है. एसडीएम ने कहा कि कोविड सेंटर में ऑक्सीजन की कमी के चलते शहर की वेल्डिंग दुकानों से सिलेंडर लेने के लिए पटवारियों की टीम बनाई गई थी. इस दौरान कई दुकानदारों ने अपने सिलेंडर देने से मना कर दिया लेकिन जगदीश आगे आए और अपना सिलेंडर देकर लोगों को भी इसके लिए जागरुक किया. जगदीश की आर्थिक स्थिति के बारे में जानकारी लगने के बाद प्रशासन ने जगदीश को 26 हजार रुपए की सहायता राशि दी है.