नीमच। मिलावटखोरों के खिलाफ प्रशासन सख्त हो गया हैं. जिला प्रशासन ने मिलावट करने वाले तीन व्यक्तियों पर रासुका की कार्रवाई की हैं. व्यापारी सुनिल खंडेलवाल उर्फ टोपी, अमित संघवी तथा कमलेश गोस्वामी के खिलाफ रासुका लगाई गई हैं,.
मिलावट से मुक्ति अभियान के तहत पिछले दिनों खाद्य अधिकारी संजीव मिश्रा ने एक पिकअप से 40 क्विंटल धनिया जब्त कर ड्राइवर को गिरफ्तार किया था. पिकअप में धनिया था, जिसका सैंपल लेकर जांच के लिए भोपाल लैब भेजा गया था. ड्राइवर के निशानदेही पर धनिया व्यापारी अमित संघवी को सिटी पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया था. सिटी पुलिस ने अमित संघवी के बयान के बाद चार लोगों के खिलाफ 420 सहित अन्य धाराओं में केस दर्ज किया था. लैब से सैंपल रिपोर्ट में कलर की पुष्टि होने के बाद खाद्य सुरक्षा अधिकारी ने फाइल कलेक्टर के समक्ष प्रस्तुत की. कलेक्टर ने धनिया पर कलर करने के मास्टर माइंड सुनील टोपी, मिलावट खोर व्यापारी अमित संघवी सहित तीन लोगों पर रासुका की कार्रवाई के आदेश जारी किए हैं. संघवी पहले से ही कनावटी जेल में है, जिसे अब तीन माह के लिए सेंट्रल जेल भेजा जाएगा. टोपी व उसके साथी की तलाश में पुलिस जुटी है.
इधर खाद्य सुरक्षा अधिकारी संजीव कुमार मिश्रा ने बताया लंबे अर्से से इन व्यापारियों पर नजर रखी जा रही थी, जिले में मिलावटखोरों के खिलाफ कार्रवाई जारी हैं. ऐसे में सुनील टोपी ने राजस्थान के निंबाहेड़ा होटल का तलघर अपने पार्टनर कमलेश गिरी गौस्वामी के नाम पर लेकर यहां मशीनें लगाई थी और नीमच के व्यापारियों से धनिया लेकर उस पर कलर चढ़ाकर उच्च क्वालिटी का बनाया जाता था और बाजार में व्यापारियों को बेचा जाता था.
साढ़े तीन रुपए किलो में करता था कलर
सुनील टोपी निंबाहेड़ा में धनिया पर कलर का गोरखधंधा चला रहा था, जो हल्की क्वालिटी का माल खरीदकर साढ़े तीन रुपए प्रतिकिलो के हिसाब से धनिया पर कलर चढ़ाकर उसे तैयार करता था. इसके बाद धनिया 80 से 90 रुपए बिकने के लिए तैयार हो जाता था.