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नीमच: व्हाट्सएप कॉलिंग से बेच रहे थे रेमडेसिविर, पुलिस ने ग्राहक बन की गिरफ्तारी

मध्य प्रदेश में कोरोना ने अपना रूख नरम नहीं किया है. प्रदेश की शिवराज सरकार ने संकट की इस घड़ी में रेमडेसिविर इंजेक्शन की हो रही कलाबाजारी को लेकर सख्ती दिखाई है. इस दौरान नीमच जिले में पुलिस ने कार्रवाई करते हुए तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है, जो रेमडेसिविर इंजेक्शन की कलाबाजारी कर रहे थे.

Three arrested for Remdacivir injection blackmarketing
रेमडेशिविर इंजेक्शन की कलाबाजारी में तीन गिरफ्तार
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Published : May 18, 2021, 1:56 PM IST

नीमच। मध्य प्रदेश में मेडिसिन से जुड़ी कालाबाजारी को लेकर प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए हैं. जिले में सीएम के निर्देश का पालन शुरू कर दिया गया है. इसके लिए नीमच जिला प्रशासन पूरी मुस्तैदी के साथ कार्रवाई कर रहा है. नीमच पुलिस ने जिले में रेमडेसिविर इंजेक्शन की कालाबाजारी को लेकर शहर में पहली बड़ी कार्रवाई की. इसमे तीन आरोपियों को सीहोर से गिरफ्तार किया. बुधवार को उन्हें नीमच कोर्ट में पेश किया गया. कोर्ट ने इनमें से एक युवक को जेल और अन्य दो आरोपी डॉक्टर और मेल नर्स को 15 मई तक पुलिस रिमांड पर भेज दिया है.

सोशल साइट्स से चुराते थे नम्बर
एसआईटी टीम प्रभारी सुमित मिश्रा ने बताया कि सोशल साइट्स पर इंजेक्शन की कालाबाजारी का गोरख धंधा चल रहा था. इसकी गुप्त सूचना एसपी सूरज कुमार वर्मा को दी गई थी. उसके बाद उन्होंने इस मामले के लिए एसआईटी गठित कर जांच करने निर्देश दिए. इस दौरान टीम ने इस मामले में कई साक्ष्य जुटाए. सोशल साइट्स पर दिए गए नंबर पर कॉल किया तो कालाबाजारी करने वाले लोग 26 हजार में इंजेक्शन देने के लिए तैयार हो गए. पहले वो नीमच में इंजेक्शन उपलब्ध करा रहे थे. बाद में सीहोर में इंजेक्शन लेने के लिए बुलाया. इसके बाद बातचीत के दौरान सुनील पाटीदार ने संपर्क किया और इंजेक्शन उपलब्ध कराने की बात कही. इसके लिए अन्य चिकित्सक संदीप माहेश्वरी और मेल नर्स शैलेंद्र से संपर्क कराया.

जांच के लिए ग्राहक बनी पुलिस

रेमडेसिविर इंजेक्शन की कालाबाजारी का पर्दाफाश करने के लिए पुलिस ने ग्राहक का रोल अदा किया. इसके बाद रंगे हाथ इंजेक्शन की कालाबाजारी कर रहे तीन आरोपितों को सीहोर से गिरफ्तार किया. इसमे जावर निवासी सुनील पाटीदार उम्र 23 वर्ष, मेल नर्स देवश्री हॉस्पिटल शैलेंद्र सिंह उम्र 24 वर्ष, महादेव हॉस्पिटल में चिकित्सक सीहोर और आष्टा निवासी संदीप माहेश्वरी उम्र 25 वर्ष शामिल है. इनके खिलाफ धारा 420, डिजास्टर मैनेजमेंट और आपदा प्रबंधन की अन्य धाराओं में केस दर्ज कर कार्रवाई शुरू कर दी गई है.

वैक्सीनेशन केंद्रों पर डोज न होने से लोगों के हाथ लगी निराशा

एक को जेल वहीं दो को पुलिस रिमांड

सुनील पाटीदार किसान है, जिसे कोर्ट ने जेल भेज दिया है. वहीं दोनों आरोपी चिकित्सक संदीप माहेश्वरी और मेल नर्स शैलेंद्र को 15 मई तक पुलिस रिमांड पर भेज दिया गया है. एसपी सूरज कुमार वर्मा ने कहा कि मुख्यमंत्री के साफ निर्देश हैं. कालाबाजारी चाहे इंजेक्शन, दवा और ऑक्सीजन की हो, सख्त कार्रवाई की जाए. इसी कड़ी में सूचना पर एसआईटी टीम बनाकर रेमडेसिविर इंजेक्शन की कालाबाजरी का खुलसा किया गया है. सीहोर से तीन लोग इंजेक्शन सहित गिरफ्तार किए हैं. अब इनसे पूछताछ कर अन्य साथी चेन का भी पर्दाफाश किया जाएगा.

नीमच। मध्य प्रदेश में मेडिसिन से जुड़ी कालाबाजारी को लेकर प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए हैं. जिले में सीएम के निर्देश का पालन शुरू कर दिया गया है. इसके लिए नीमच जिला प्रशासन पूरी मुस्तैदी के साथ कार्रवाई कर रहा है. नीमच पुलिस ने जिले में रेमडेसिविर इंजेक्शन की कालाबाजारी को लेकर शहर में पहली बड़ी कार्रवाई की. इसमे तीन आरोपियों को सीहोर से गिरफ्तार किया. बुधवार को उन्हें नीमच कोर्ट में पेश किया गया. कोर्ट ने इनमें से एक युवक को जेल और अन्य दो आरोपी डॉक्टर और मेल नर्स को 15 मई तक पुलिस रिमांड पर भेज दिया है.

सोशल साइट्स से चुराते थे नम्बर
एसआईटी टीम प्रभारी सुमित मिश्रा ने बताया कि सोशल साइट्स पर इंजेक्शन की कालाबाजारी का गोरख धंधा चल रहा था. इसकी गुप्त सूचना एसपी सूरज कुमार वर्मा को दी गई थी. उसके बाद उन्होंने इस मामले के लिए एसआईटी गठित कर जांच करने निर्देश दिए. इस दौरान टीम ने इस मामले में कई साक्ष्य जुटाए. सोशल साइट्स पर दिए गए नंबर पर कॉल किया तो कालाबाजारी करने वाले लोग 26 हजार में इंजेक्शन देने के लिए तैयार हो गए. पहले वो नीमच में इंजेक्शन उपलब्ध करा रहे थे. बाद में सीहोर में इंजेक्शन लेने के लिए बुलाया. इसके बाद बातचीत के दौरान सुनील पाटीदार ने संपर्क किया और इंजेक्शन उपलब्ध कराने की बात कही. इसके लिए अन्य चिकित्सक संदीप माहेश्वरी और मेल नर्स शैलेंद्र से संपर्क कराया.

जांच के लिए ग्राहक बनी पुलिस

रेमडेसिविर इंजेक्शन की कालाबाजारी का पर्दाफाश करने के लिए पुलिस ने ग्राहक का रोल अदा किया. इसके बाद रंगे हाथ इंजेक्शन की कालाबाजारी कर रहे तीन आरोपितों को सीहोर से गिरफ्तार किया. इसमे जावर निवासी सुनील पाटीदार उम्र 23 वर्ष, मेल नर्स देवश्री हॉस्पिटल शैलेंद्र सिंह उम्र 24 वर्ष, महादेव हॉस्पिटल में चिकित्सक सीहोर और आष्टा निवासी संदीप माहेश्वरी उम्र 25 वर्ष शामिल है. इनके खिलाफ धारा 420, डिजास्टर मैनेजमेंट और आपदा प्रबंधन की अन्य धाराओं में केस दर्ज कर कार्रवाई शुरू कर दी गई है.

वैक्सीनेशन केंद्रों पर डोज न होने से लोगों के हाथ लगी निराशा

एक को जेल वहीं दो को पुलिस रिमांड

सुनील पाटीदार किसान है, जिसे कोर्ट ने जेल भेज दिया है. वहीं दोनों आरोपी चिकित्सक संदीप माहेश्वरी और मेल नर्स शैलेंद्र को 15 मई तक पुलिस रिमांड पर भेज दिया गया है. एसपी सूरज कुमार वर्मा ने कहा कि मुख्यमंत्री के साफ निर्देश हैं. कालाबाजारी चाहे इंजेक्शन, दवा और ऑक्सीजन की हो, सख्त कार्रवाई की जाए. इसी कड़ी में सूचना पर एसआईटी टीम बनाकर रेमडेसिविर इंजेक्शन की कालाबाजरी का खुलसा किया गया है. सीहोर से तीन लोग इंजेक्शन सहित गिरफ्तार किए हैं. अब इनसे पूछताछ कर अन्य साथी चेन का भी पर्दाफाश किया जाएगा.

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