नीमच। रामपुरा तहसील क्षेत्र के गांव देवरान में 24 जनवरी को अचानक 16 बच्चों को उल्टी दस्त होने से तबियत बिगड़ गई थी. जिसको लेकर पीएचई विभाग ने गांव में सप्लाई होने कुएं से पानी का सैंपल लेकर जांच के लिए भेजा था. पानी की जांच रिपोर्ट आ चुकी है. पीएचई विभाग का दावा है कि कुएं का पानी पुरी तरह से स्वच्छ है दुषित होने की बात झुठी है.
इधर पंचायत ने पाइप लाइन लीकेज होने की शंका के चलते 200 फिट पाइप लाइन को बदल दिया है. उपखंड मुख्यालय से 31 किमी. दूर ग्राम पंचायत देवरान में नल जल योजना के तहत कुएं से गांव तक पाइप लाइन डाली गई है. पाइप लाइन गांधीसागर बांध के बैकवाटर क्षेत्र से होकर गांव में पहुंच रही है. गांव में 16 बच्चों की अचानक तबीयत बिगड़ने से हडकंप मच गया था. बच्चों को रामपुरा अस्पताल में भर्ती करवाया गया.
पाइप लाइन बदली गई
जहां इलाज के बाद हालात सामान्य होने पर बच्चों को डिस्चार्ज कर दिया. बच्चों में उल्टी दस्त से हालात बिगडने पर सूचना पर पीएचई व स्वास्थ्य विभाग की टीम गांव पहुंची. पानी के सैंपल लेकर जांच के लिए भेजा. जांच रिपोर्ट 27 जनवरी को आई जिसमें पानी पुरी तरह से स्वच्छ पाया गया. गांधी सागर बांध के बैक वॉटर क्षेत्र से गुजर रही पाइप लाइन बदली. पंचायत ने पाइप लाइन लीकेज की शंका में गांधीसागर बांध के बैक वाटर क्षेत्र से गांव में आ रही पाइप लाइन को बदला.
पाइप लाइन में लीकेज की शंका
पंचायत सचिव विनोद पाटीदार ने बताया कि ग्रामीणों की शंका थी, बैक वॉटर क्षेत्र से गुजर रही पाइप लाइन लीकेज होने से पानी गंदा आ रहा है. जिसके चलते पंचायत ने 200 फीट पाइप लाइन को बदलकर दुसरी पाइप लाइन डाली गई.
एमएल पाटीदार एसडीओ पीएचई विभाग मनासा ने बताया के गांव देवरान जिस कुएं से पानी सप्लाय हो रहा था. उसका नमूना लेकर जांच के लिए भेजा. जांच रिपोर्ट में पानी स्वच्छ पाया गया. दुषित पानी होने की बात गलत है. ग्रामीण कुंए का पानी पीने के लिए उपयोग मे ले सकते हैं. किसी भी तरह से पानी दुषित नहीं है.