नीमच। मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) में बारिश के बाद सड़के खस्ताहाल हो गई है. नीमच शहर की सड़कों के भी यह हाल है. शहर की खराब और गड्ढे वाली सड़कों को सुधारने के लिए नीमच शहर के लोगों ने कई ज्ञापन और आवेदन दिए, लेकिन जब अधिकारियों के कानों पर जूं तक नहीं रेंगी तो शहर वासियों ने विरोध का नया रास्ता अपना लिया. समाजसेवी संस्थाओं के कुछ सदस्यों ने शहर के प्रमुख चौराहों पर बड़े-बड़े गड्ढों के बीच में बोर्ड लगा दिए.
गड्ढों में लगाए स्लोगन लिखे हुए बोर्ड
इन बोर्ड (Board) पर तरह तरह के स्लोगन लिखे हुए हैं. एक बोर्ड पर स्लोगन लिखा है कि "गड्ढों वाले शहर में आपका स्वागत है. गर्व से कहो हम नीमचवासी हैं" वहीं अलग अलग तरह के व्यंगात्मक स्लोगन के साथ शहर के प्रमुख चौराहों पर गड्ढों के बीच में इन पोस्टर्स को लगाया गया है. साथ ही प्रदर्शन कर रहे लोगों ने जल्द गड्ढों को नहीं भरने पर बड़े आंदोलन की चेतावनी भी दी है.
कलेक्टर को ज्ञापन सौंपने के बाद भी नहीं सुधरी हालत
प्रदर्शन कर रहे लोगों ने बताया कि उन्होंने 6 दिन पहले कलेक्ट्रेट जाकर गड्ढों को भरने का आवेदन दिया था. कलेक्टर ने 3 दिन में सड़कों के गड्ढे भरने का आश्वासन दिया था. लेकिन 6 दिन बीत जाने के बाद भी जब शहर की खस्ताहाल सड़कों के हाल नहीं सुधरे, तो सामाजिक कार्यकर्ता सड़कों पर उतर आए. इन्होंने अलग-अलग तरह के तंज कसने वाले पोस्टर बनाकर शहर की सड़कों पर हुए बड़े-बड़े गड्ढों पर लगाए दिए.
गड्ढों की वजह से बढ़ रही है दुर्घटनाएं
विरोध प्रदर्शन कर रहे लोगों का कहना है कि 'गड्ढों की वजह से शहर में दुर्घटनाएं बढ़ रही है, गड्ढों की वजह से सड़क पर वाहन चलाना मुश्किल हो गया है. इस तरह का प्रदर्शन करके हमारा उद्देश्य सिर्फ शासन और प्रशासन का इस तरह ध्यान आकर्षित करना है, अगर 3 दिनों में सड़कों के गड्ढें नहीं भरे जाते हैं, तो शहर के लोग उग्र प्रदर्शन करेंगे.'